72 साल बाद महाशिवरात्रि पंचग्रही योग ध्यान रखे ये बाते Mahashivratri 2022 Shubh Yog

महाशिवरात्रि शुभ योग पूजा Maha Shivratri Puja Niyam

Maha Shivratri 2022 Shubh YogMaha Shivratri 2022 Shubh Yog फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि शिव आराधना के लिए खास होती है. इस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है ज्योतिष अनुसार इस बार 72 साल बाद महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग के साथ ही धनिष्ठा और परिघ योग भी बन रहा है। जिस कारण मकर राशि में शनि, मंगल, बुध, शुक्र और चंद्रमा ये पांचों ग्रह एक साथ रहेंगे। यह योग शिव साधना के लिए बहुत खास है। शाश्त्रो के अनुसार महाशिवरात्रि व्रत के कुछ जरूरी नियम बताये गए है अगर आप भी इस महाशिवरात्रि व्रत रख रहे है तो आज हम आपको बताएँगे की वो ऐसी कौन सी 5 बातें है जिनका महाशिवरात्रि व्रत के दौरान पालन करना चाहिए.

शुभ मुहूर्त ने करें शिव पूजा Maha Shivratri 2022

ऐसी मान्यता है की महाशिवरात्रि की रात आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं। जिस कारण यदि इस दिन शिव पूजा के समय छोटे छोटे उपाय किये जाय तो आपकी सभी परेशानियां समाप्त होकर आपकी हर मनोकामना पूरी होती है अगर आप भी इस महाशिवरात्रि व्रत रख रहे है तो इस बात का जरूर ध्यान रखे महाशिवरात्रि पर महादेव और देवी पार्वती की पूजा शुभ काल व पूजा के शुभ मुहूर्त में ही करें ताकि आपको व्रत व पूजा का पूर्ण फल मिल सके.

रात्रि जागरण करें Maha Shivratri 2022

महाशिवरात्रि पर रात्रि जागरण का विशेष महत्व होता है शिव को प्रसन्न करने और पति रूप में पाने के लिए माता पार्वती ने यह व्रत किया था यदि आप भी इस महाशिवरात्रि महादेव को प्रसन करने के लिए व्रत रख रहे है तो इस शुभ दिन रात्रि के चारो प्रहारों की पूजा के बाद भगवान शिव को बेलपत्र और बेर चढ़ाकर रात्रि जागरण करें और यदि संभव हो तो शिवपुराण, शिवश्रोत, महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें.

ऐसे करें भगवान शिव की परिक्रमा Maha Shivratri 2022

शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है की भगवान शिव की पूजा व दर्शन के बाद उनकी परिक्रमा जरूर करनी चाहिए. अगर आप भी महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते है तो उनकी पूजा के बाद परिक्रमा जरूर करें परिक्रमा के समय ध्यान रखे की परिक्रमा हमेशा शिवलिंग के बाईं ओर से शुरू करें और जहां से भगवान को चढ़ाया जल बाहर निकलता है, वहां तक जाकर वापस लौट जाएं फिर विपरीत दिशा में जाकर परिक्रमा पूरी करें.

जल स्थान को ना लांघे Maha Shivratri 2022

प्राचीन कथाओ के अनुसार शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं की जाती है. जिस स्थान से शिवलिंग पर चढ़ा जल बाहर निकलता है उस स्थान को कभी नहीं लांघना चाहिए क्योकि उस स्थान पर ऊर्जा और शक्ति का बहुत बड़ा भंडार होता है। शास्त्रों में इस स्थान को लांघने की मनाही है इससे शारीरक दोष उत्पन्न हो सकते है और आपको पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता.

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व्रत में क्या खाये Maha Shivratri 2022

यदि आप महाशिवरात्रि का व्रत कर रहे है तो आपको विशेष रूप से इस दिन खाने पीने का ख्याल रखना चाहिए इस व्रत के दौरान फलाहार किया जाता है। व्रत के समय जूस का सेवन करें इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। महाशिवरात्रि व्रत में सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। इस दिन विशेषकर कुट्टू के आटे का भोजन, सेंधा नमक, मूंगफली, मखाना या फिर फलाहार करना शुभ होता है.

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