कुम्भ संक्रांति 2020 शुभ मुहूर्त Kumbh Sankranti Date Time Muhurat 2020

कुम्भ संक्रांति 5 कामो से होगी हर परेशानी दूर Kumbh Sankranti Upay

कुम्भ संक्रांतिकुम्भ संक्रांति- सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना संक्रांति कहा जाता हैं। सूर्य हर माह अपनी राशि बदलते है जिस कारण सभी राशियों पर इनके भ्रमण का ये चक्र पूरे 1 साल में पूरा आता है साल 2020 में 13 फरवरी को सूर्य दोपहर 3 बजकर 18 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहा हैं इसलिए 13 फ़रवरी को कुम्भ संक्रांति मनाई जायेगी. आज इस वीडियो में हम आपको कुंभ संक्रांति 2020 शुभ मुहूर्त पूजा विधि और सभी दोषो के निवारण के लिए इस दिन अपनाये जाने वाले कुछ उपायों के बारे में बताने बताएँगे|

कुम्भ संक्रांति शुभ मुहूर्त 2020 Kumbh Sankranti Shubh Muhurat 2020

  1. साल 2020 में कुम्भ संक्रांति 13 फ़रवरी गुरुवार के दिन मनाई जायेगी|
  2. कुम्भ संक्रांति पुण्य काल का समय होगा प्रातःकाल 9 बजकर 22 मिनट से लेकर सायंकाल 3 बजकर 18 मिनट तक|
  3. मुहूर्त की कुल अवधि 5 घंटे 56 मिनट की होगी|
  4. कुम्भ संक्रांति महापुण्य काल का समय होगा – दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से सायंकाल 3 बजकर 18 मिनट तक|
  5. मुहूर्त की कुल अवधि 1 घंटे 51 मिनट की होगी|

कुम्भ संक्रांति पूजा विधि Kumbh Sankranti Puja Vidhi

शास्त्रों के अनुसार जितनी महत्वपूर्ण पुर्णिमा अमावस्या और एकादशी तिथि होती है उतना ही महत्व संक्रांति तिथि का भी होता है। यदि सम्बह्व हो सके संक्रांति के दिन गंगा स्नान करना चाहिए अन्यथा घर पर ही तिल मिले जल से स्नान करे. स्नान के बाद सूर्य देव को जल का अर्घ्य दे और उनकी उपासना करे. इस दिन दान करने का बहुत महत्व होता है इसीलिए पूजा के बाद मंदिर जाकर दान पुण्य करे या अपनी इच्छा अनुसार किसी योग्य ब्राह्मण व जरूरत मंद व्यक्ति को भोजन कराकर दान दक्षिणा देकर विदा करे. इस तरह कुम्भ संक्राति के इस दिन किये गए दान से व्यक्ति को सुख और वैभव की प्राप्ति होती हैं.

कुम्भ संक्रांति का महत्व Kumbh Sankranti Importance

प्रत्येक संक्रांति का सम्बन्ध कृषि, प्रकृति और ऋतु परिवर्तन से होता है. सूर्य देव जिन्हें प्रकृति का कारक माना गया है इस दिन इनकी ही पूजा की जाती है शास्त्रों में संक्राति का दिन बेहद शुभ दिन होता है। पूर्णिमा, एकादशी की तरह ही संक्रांति का भी खास महत्व समझा जाता है इसीलिए इस दिन लोग सूर्य की उपासना कर स्नान व दान कर पुण्य फल प्राप्त करते है. मान्यता है की जो भी लोग संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान पुण्य के काम करते है उन्हें कभी भी कोई स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी नहीं होती और ऐसे लोग जीवन के सभी सुखो का आनंद लेते हुए ब्रह्मलोक को प्राप्त करते है.

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संक्रांति पर करे ये 5 काम Kumbh Sankranti Upay

  1. कुम्भ संक्रांति के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सूर्य देव की उपासना कर उन्‍हें अर्घ्‍य देना चाहिए और इस दौरान आदित्‍य ह्रदय स्रोत का पाठ करने से व्यक्ति को सफलता की प्राप्‍ति होती है।
  2. यदि संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में सूर्य भगवान पूजा की जाय तो घर-परिवार के सदस्यों की प्रतिष्‍ठा और मान-सम्‍मान में भी वृद्धि होती है।
  3. इस दिन किसी जरूरत मंद व्यक्ति को वस्‍त्र का दान अवश्य करना चाहिए इससे व्यक्ति को दोगुना पुण्‍य प्राप्त होता है.
  4. मान्‍यता के अनुसार संक्रांति के दिन गंगा नदी में स्‍नान कर गंगा आरती करने से मोक्ष की प्राप्‍ति होती है।
  5. शास्त्रों के अनुसार इस शुभ दिन सूर्यदेव की आराधना कर उनके बीज मंत्र का जाप करने से सभी दुखों व दोषो से छुटकारा मिल जाता है।
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