कार्तिक पूर्णिमा चंद्रग्रहण संयोग 2022 Kartik Purnima Chandragrahan 2022 Date

कार्तिक पूर्णिमा 2022 Kartik Purnima Puja Vidhi 2022

Kartik Purnima Chandragrahan

Kartik Purnima Chandragrahan पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में आने वाली पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा या त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते है. इस दिन भगवन विष्णु और लक्ष्मी पूजन के साथ ही दीपदान करना और गंगा स्नान का विशेष महत्व है शास्त्रों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाई जाती है. ज्योतिष की माने तो इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर साल का आखिरी चंद्रग्रहण भी लगने जा रहा है ऐसे में ये कार्तिक पूर्णिमा बहुत ही प्रभावशाली रहेगी. आज हम आपको कार्तिक पूर्णिमा की सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, चंद्रग्रहण का समय और इस संयोग में किये जाने वाले बेहद ख़ास उपाय के बारे में बताएँगे.

कार्तिक पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2022 Kartik Purnima 2022 Shubh Muhurat

  1. साल 2022 में कार्तिक पूर्णिमा का व्रत 8 नवंबर मंगलवार को है |
  2. पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ होगी – 7 नवंबर सायंकाल 04:15 मिनट पर|
  3. पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी – 8 नवंबर सायंकाल 04:31 मिनट पर|
  4. ब्रह्म मुहूर्त होगा – 8 नवंबर सुबह 04:57 मिनट से 05:49 मिनट तक|
  5. पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – शाम 4.57 मिनट से शाम 5.49 मिनट तक|

चंद्रग्रहण समय व सूतक काल Chandra Grahan Date Time

  1. साल का दूसरा व अंतिम चन्द्रग्रहण 8 नवंबर 2022 मंगलवार के दिन लगेगा|
  2. भारतीय समय अनुसार चन्द्रग्रहण प्रारंभ होने का समय होगा – दोपहर 1:32 मिनट|
  3. चन्द्रग्रहण समाप्त होने का समय होगा – शाम 7:27 मिनट|
  4. यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा इसीलिए चंद्रग्रहण का सूतक मान्य होगा|
  5. चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले लग जाता है ग्रहण का सूतक काल सुबह 05:39 बजे आरंभ हो जाएगा।
  6. चंद्रग्रहण भारत समेत कई एशियाई द्वीपों, दक्षिण/ पूर्वी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी व दक्षिण अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक और हिंद महासागर में दिखाई देगा|

कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि Kartik Purnima puja vidhi

कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी जलाशय या कुंड में स्नान के बाद सूर्य देव को जल का अर्घ्य दे. इसके बाद भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजा करे और उन्हें पुष्प, घी, फल फूल और दही अर्पित कर गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं। आज के दिन भगवन विष्णु को तुलसी पत्र अर्पित करे और सत्यनारायण भगवान की व्रत कथा का श्रवण करे. रात्रि के समय पुनः भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी का पूजन करें और चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर घर के अंदर और बाहर दीपक जलाएं क्योकी ऐसी मान्यता है की कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी देव दिवाली मनाते है.

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कार्तिक पूर्णिमा उपाय Kartik Purnima upay

ज्योतिषानुसार मान्यता है की पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण आकृति में होता है। पूर्णिमा पर लक्ष्मी जी की पूजा का भी विशेष महत्व है. पद्मपुराण के अनुसार कार्तिक मास में भगवान विष्णु मत्स्य रूप में जल में विराजमान रहते हैं. ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा पर नदी, तालाब या जलकुंड में स्नान और दान करने से बैकुंठ की प्राप्ति होती है इस दिन किये उपाय बहुत ही कारगर माने जाते है तो आइये जानते है इस दिन किये जानें वाले ख़ास उपाय क्या है.

  1. कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह स्‍नान के बाद घर के मुख्‍य द्वार पर हल्‍दी से दोनों ओर स्‍वास्तिक बनाएं इससे घर में माँ लक्ष्मी का आगमन होता है.
  2. कार्तिक पूर्णिमा या त्रिपुरी पूर्णिमा के दिन शिवलिंग पर कच्चा दूध, शहद व गंगाजल अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना पूरी करते है.
  3. कार्तिक पूर्णिमा की रात देव् दिवाली होती है इसीलिए पूर्णिमा की रात घर के सभी कोनो में दिए जलाकर जलाने चाहिए.
  4. कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है.
  5. कार्तिक पूर्णिमा के दिन अपनी सामर्थ्य अनुसार दान जरूर करना चाहिए.
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