ज्येष्ठ कृष्ण कालाष्टमी व्रत 2020 kalashtami Vrat Kab Hai 2020 Me

काल भैरव पूजा विधि kalashtami Date Time Shubh Muhurat 2020

कालाष्टमी प्रत्येक माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है पौराणिक कथाओ के अनुसार मान्यता है की कृष्णा अष्टमी के दिन भगवान शिव अपने भैरव स्वरूप में प्रकट हुए थे इस दिन भगवान शिव के काल भैरव रूप की पूजा की जाती है. भगवान काल भैरव को शिव का पांचवा अवतार माना गया है. शास्त्रों में ज्येष्ठ का महीना व्रत त्योहारों की दृष्टि से शुभ होता है आज हम आपको साल 2020 ज्येष्ठ माह कालाष्टमी व्रत की शुभ तिथि पूजा का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और इस दिन किये जानें वाले उपाय के बारे में बताएँगे.

कालाष्टमी व्रत शुभ मुहूर्त 2020 kalashtami Date Puja Shubh Muhurat 2020

  1. साल 2020 ज्येष्ठ माह में कालाष्टमी का व्रत 14 मई बृहस्पतिवार के दिन रखा जाएगा.
  2. ज्येष्ठ कृष्ण अष्टमी शुरू होगी 14 मई प्रातःकाल 06:51 मिनट पर|
  3. अष्टमी तिथि समाप्त होगी – 15 मई प्रातःकाल 08:21 मिनट पर |

कालाष्टमी काल भैरव जयंती पूजा विधि Kaal Bhairav Jayanti 2020

कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के पांचवें अवतार काल भैरव का जन्मदिवस मनाया जाता है शास्त्रों के अनुसार आज ही के दिन इनका जन्म माना गया है. कालाष्टमी व्रत की पूजा रात्रि में की जाती हैं. भैरव बाबा को तांत्रिक देवता भी कहा जाता है इसीलिए इनकी पूजा रात में करने का विधान है. अष्टमी तिथि के दिन स्नान-ध्यान के बाद भगवान भैरवनाथ को अबीर, गुलाल, चावल, फूल और सिंदूर चढ़ाये और उनकी कृपा पाने के लिए नीले रंग के पुष्प पूजा में अर्पित करे इसके बाद भैरव नाथ की व्रत कथा पढ़े. मान्यता है की इस तरह विधि विधान के साथ की गयी पूजा के फलस्वरूप व्यक्ति की मनोकामना तो पूरी होती ही है साथ ही इनकी पूजा करने से किसी चीज़ का भय नहीं रहता और जीवन में समृद्धि आती है.

भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए करे ये उपाय Kalashtami Upay

  1. कालाष्टमी के दिन यदि भगवान शिव की पूजा की जाय तो भगवान भैरव नाथ जी प्रसन्न होते है क्योंकि भगवान भैरव की उत्पत्ति भगवान शिव के अंश के रूप में हुई मानी गयी है.
  2. कालाष्टमी के दिन 21 बिल्वपत्र ‘ॐ नम: शिवाय’ का जाप करते हुए शिवलिंग पर चढ़ाएं इससे भगवान भैरव प्रसन्न होकर भक्तो को सफलता का आशीर्वाद देते है.
  3. कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव को सिंदूर, सरसों का तेल, नारियल, चना, इनमे से कोई भी चीज चढ़ाये.
  4. काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए कालाष्टमी के पावन के दिन भगवान भैरव नाथ की प्रतिमा के आगे सरसो के तेल का दीपक जलाएं.
  5. कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए काले कुत्ते को मीठी रोटी बनाकर खिलाने से न सिर्फ भगवान भैरव नाथ बल्कि शनिदेव की भी कृपा भी प्राप्त होती है.
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