कजरी तीज 2022 पूजा विधि Kajari Teej 2022 Puja Vidhi

कजरी तीज तिथि शुभ मुहूर्त Kajari Teej Date Time 2022

Kajari Teej 2022 Puja VidhiKajari Teej 2022 Puja Vidhi सावन और भाद्रपद का महीना खासकर तीज व्रत के लिए जाने जाते हैं. भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाई जाती है. इसे कजली तीज, बूढ़ी तीज और सातूड़ी तीज भी कहते हैं. इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और शिव पार्वती का पूजन करती है. आज हम आपको साल 2022 कजरी तीज व्रत की सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, नियम और इस दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में बताएँगे.

कजरी तीज तिथि व शुभ मुहूर्त Kajari Teej Date time Muhurt 2022

  1. साल 2022 में कजरी तीज का व्रत 14 अगस्त रविवार के दिन रखा जाएगा |
  2. तृतीया तिथि शुरू होगी – 13, अगस्त रात्रि 12:53 मिनट पर |
  3. तृतीया तिथि समाप्त होगी – 14, अगस्त रात्रि 10:35 मिनट पर |
  4. इस दिन सुकर्मा योग शुरू होगा – प्रात:काल से लेकर रात 01:38 मिनट तक|
  5. सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा – रात्रि 09:56 मिनट से अगले दिन 15 अगस्त को प्रात: 05:50 मिनट तक|
  6. कजरी तीज पूजा का शुभ समय होगा – दोपहर 11:59 मिनट से दोपहर 12:52 मिनट तक है|

कजरी तीज पूजा विधि Kajari Teej Puja Vidhi

शास्त्रों के अनुसार कजरी तीज के दिन सुहागन महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं. इस दिन प्रातः स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में पूजा के लिए मिट्टी और गोबर से दीवार के किनारे तालाब जैसी आकृति बनाकर नीम की टहनी को तालाब के भी भीतर लगाया जाता है. उसपर घी और गुड़ से पाल बांधा जाता है | तालाब जैसी आकृति पर कच्चा दूध और जल डालकर दिया प्रज्वलित करे. नींबू, ककड़ी, केला, सेब, सत्तू, रोली, मौली, अक्षत व सुहाग की सामग्री माता को अर्पित करे. दीवार पर मेहंदी, रोली की 13 बिंदिया व काजल की भी 13 बिंदी लगाएं, मान्यता है की इससे महिलाओ को अखंड सुहाग और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. अगले दिन स्नान के बाद गाय को गुड़ खिलाने के बाद व्रत खोलना चाहिए. कजरी तीज पर शाम के समय चांद को अर्घ्य देने की परंपरा है. चंद्रोदय के बाद चन्द्रमा को अर्घ्य देने से पहले चंद्रमा को जल के छींटे देकर रोली, मोली, अक्षत चढ़ायें और फिर भोग अर्पित करना चाहिए. इसके बाद हाथो में गेहूं के दाने लेकर जल से अर्घ्य देना चाहिए. अब अंत में एक ही जगह खड़े होकर परिक्रमा कर चंद्रदेव का आशीर्वाद लेना चाहिए.

कजरी तीज व्रत नियम Kajari Teej Niyam 

  1. शास्त्रों के अनुसार यह व्रत निर्जल करने की मान्यता है.
  2. व्रत केदिन रात में चंद्रोदय के बाद चन्द्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया जाता है.
  3. कजरी तीज का व्रत करने वाली महिलाओ को इस दिन क्रोध नहीं करना चाहिए और बढे-बूढ़ो का अपमान नहीं करना चाहिए.
  4. शास्त्रों के अनुसार वैसे तो तीज व्रत निर्जल रखने की परंपरा है हालाँकि गर्भवती महिलाये फलाहार कर सकती हैं।
  5. यदि किसी भी कारणवस चांद उदय होते न दिखे तो रात्रि में आसमान की ओर अर्घ्य देकर व्रत खोला जा सकता है।
  6. तीज के व्रत में सुहागन महिलाओ को सोलह श्रृंगार करना चाहिए.
  7. कजरी तीज के व्रत में सास और सुहागन महिलाओ को श्रृंगार की सामग्री देना शुभ होता है.

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कजरी तीज उपाय Kajri Teej Upay

  1. यह व्रत अखंड सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन की कामना से रखा जाता है इस दिन पति-पत्नी को मिलकर राधा-कृष्ण मंदिर में मिश्री अर्पित कर प्रसाद के रूप में भी मिश्री का सेवन करना चाहिए इससे आरोग्य की प्राप्ति होती है.
  2. इस दिन राधा-कृष्ण मंदिर में इलायची अर्पित करने के बाद इस इलायची को घर लाने से सफलता की प्राप्ति होती है.
  3. तीज के व्रत में जरूरतमंदो को अन्न, वस्त्र का दान करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
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