हरतालिका तीज व्रत वाले दिन भूलकर भी न करे ये 3 गलतियां Hartalika Teej Niyam

हरतालिका तीज कब है Hartalika Teej Kab Hai 2022

Hartalika Teej NiyamHartalika Teej Niyam शास्त्रों में हरितालिका तीज व्रत का बड़ा महत्व बताया गया है. इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और कुवारी कन्याये मनचाहे वर की कामना से यह व्रत रखती हैं. इस व्रत को निर्जल व निराहार रहकर पूरा किया जाता है शास्त्रों में ऐसी मान्यता है की जो भी महिलाये यह व्रत करती है उन्हें व्रत के दौरान कुछ ऐसे काम है जिन्हे भूलकर भी नहीं करना चाहिए क्योकि यह व्रत कठिन व्रतों में से एक है जिस कारण इसके नियम भी कठिन होते है, आज हम आपको हरतालिका तीज व्रत 2022 शुभ मुहूर्त और इसके नियमो के बारे में बताएँगे.

हरतालिका तीज तिथि व शुभ मुहूर्त Hartalika Teej Date 2022

  1. साल 2022 में हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त मंगलवार को रखा जायेगा|
  2. तृतीया तिथि शुरू होगी 29 अगस्त सायंकाल 03:20 मिनट पर|
  3. तृतीया तिथि समाप्त होगी 30 अगस्त सायंकाल 03:33 पर|
  4. हरितालिका तीज प्रातःकाल पूजा मुहूर्त होगा – प्रातःकाल 06:09 मिनट से 08:37 मिनट तक|
  5. प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – शाम 06:33 मिनट से रात्रि 08:51 मिनट तक|
  6. आइये जानते है इस दिन क्या न करे|

व्रत बीच में ना छोड़े Hartalika Teej Niyam

ऐसी मान्यता है की हरतालिका तीज का व्रत अगर आपने जीवन में एक बार रख लिया तो किसी भी कारणवश अगर आप पूजा करने में समर्थ नहीं तो भी यह व्रत नहीं छोड़ना चाहिए. यह व्रत अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है ऐसे में हमेशा इस व्रत का पालन करना चाहिए.

गुस्सा करने से बचें Hartalika Teej Niyam

अन्य व्रतों की तरह इस व्रत में व्रती महिला को किसी पर भी क्रोद्ध या गुस्सा नहीं करना चाहिए क्योकि व्रत में गुस्सा आना अशुभ माना जाता है इस दिन व्रत करने वाली महिलाओ को भगवान शिव और माता पार्वती की मन से आराधना करनी चाहिए.

सोना नहीं चाहिए Hartalika Teej Niyam

शास्त्रों के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत 24 घंटे का कठिन व्रत माना जाता है. ऐसी मान्यता है की इस व्रत में सोना वर्जित होता है इस दिन व्रती महिलाओ को रात में जागरण करते हुए भगवान शिव, मां पार्वती और अपने इष्ट देव की अराधना करना शुभ होता है.

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जल ग्रहण न करे Hartalika Teej Niyam

Hartalika Teej Niyam हरतालिका तीज का व्रत अत्यंत कठिन और निर्जल रखा जाता है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन अन्न के साथ-साथ जल का भी त्याग किया जाता है. हालाँकि ऐसी मान्यता है की बीमार, बूढी और गर्भवती महिलाएं इस व्रत को फलाहार कर सकती है.

व्रत कथा सुनना न भूले Hartalika Teej Niyam

शास्त्रों के अनुसार किसी भी व्रत का पूर्ण फल व्रती को तभी प्राप्त होता है जब वह विधि विधान के साथ पूजा के अलावा उस व्रत से जुडी व्रत कथा का पाठ या श्रवण करे. प्रत्येक व्रत की ही तरह हरतालिका तीज के दिन भी व्रती महिला को व्रत कथा जरूर सुननी या पढ़नी चाहिए. इससे व्रती को व्रत का पूर्ण फल मिलता है.

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