आषाढ़ी अमावस्या 2020 कब है Halharini Amavasya Date Time 2020  

हलहारिणी अमावस्या 2020 सुख समृद्धि उपाय Halharini Amavasya Upay 2020

आषाढ़ी अमावस्या- आषाढ़ माह में आने वाली अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है. अमावस्या चंद्रमास के कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन होता है इसके बाद चंद्र दर्शन के साथ ही शुक्ल पक्ष की शुरूआत होती है। शास्त्रों में यह तिथि विशेष रूप से धर्म-कर्म, स्नान-दान और तर्पण जैसे कार्यो के लिए बहुत ही शुभ मानी गयी है। आषाढ़ माह की अमावस्या किसानो के लिए शुभ दिन होता है क्योकि इस माह में वर्षा ऋतू का शुभारम्भ हो जाता है फसल बुआई के लिए यह समय सर्वोत्तम होता है इसीलिए इसे हलहारिणी अमावस्या भी कहा जाता है इस साल इस अमावस्या पर सूर्यग्रहण का संयोग रहेगा जिस कारण इस दिन आपको खास सावधानी रखनी होगी आज हम आपको आषाढ़ी अमावस्या की शुभ तिथि पूजा का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और इस शुभ दिन धन समृद्धि के लिए किये जानें वाले एक प्रभावशाली उपाय के बारे में बताएँगे.

आषाढ़ी अमावस्या शुभ मुहूर्त 2020 Ashadhi Amavasya 2020 Date

  1. साल 2020 में आषाढ़ी अमावस्या 21, जून रविवार के दिन है.
  2. अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 20 जून प्रातःकाल 11:52 मिनट पर|
  3. अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 21 जून रात्रि 12:10 मिनट पर|

अमावस्या पूजा विधि Halharini Amavasya Pooja Vidhi

अमावस्या तिथि के दिन पितरों के श्राद्ध कर्म करने की परंपरा है। ज्योतिष की माने तो इस बार हलहारिणी अमावस्या के दिन ग्रहण होने की वजह से इस तिथि से जुड़े सभी कार्य दोपहर ग्रहण समाप्त होने के बाद ही किये जा सकेंगे। ग्रहण समाप्ति होने के बाद स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर पितरों के नाम का धूप व दान करें शिवलिंग पर जल चढ़ाकर बिल्व पत्र और धतूरा अर्पित करेंसाथ ही भगवन शिव को चंदन से तिलक करें और भोग लगाएं। इसके बाद दीपक जलाएं और आरती कर ले अंत में किसी जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करें।

अमावस्या पर करे ये काम Amavasya Do these work

धार्मिक दृष्टि से अमावस्या की तिथि का बहुत महत्व माना गया है। क्योंकि इस दिन दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए तर्पण की मान्यता है इसीलिए आषाढ़ मास की अमावस्या को भी खास माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन विशेषकर ग्रहण समाप्त होने के बाद यदि कुछ कार्य किये जाय तो व्यक्ति को ग्रहण के प्रभाव से मुक्ति के साथ ही सुख समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है आइये जानते है वे कार्य कौन से है

  1. अमावस्या तिथि के दिन ग्रहण समाप्त होने के बाद भूखे प्राणियों व जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराये.
  2. मान्यता है की अमावस्या के दिन पितृ दोष शांति पूजा व रूद्र अभिषेक करने से मनोकामना पूरी होती है.
  3. अमावस्या तिथि के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाने से शुभ फलो की प्राप्ति होती है.
  4. हलहारिणी अमावस्या के दिन हल पूजन से घर में सुख समृद्धि आती है.
  5. अमावस्या के दिन काली चींटियो को शक्कर मिला आटा खिलाना चाहिए.
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