साल का पहला सूर्यग्रहण भारत में दिखेगा या नहीं First Solar Eclipse 2023

सूर्यग्रहण कब लगेगा Surya Grahan 2023

First Solar Eclipse 2023First Solar Eclipse 2023 हिंदू धर्म में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों को ही अशुभ माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय पूजा-पाठ, मांगलिक कार्य, भोजन बनाना या ग्रहण करना, गर्भवती महिलाओं के लिए खास नियम माने जाते है. ज्योतिष अनुसार ग्रहण के दौरान सूर्य के ऊपर राहु का प्रभाव बढ़ जाता है और सूरज ग्रसित हो जाता है. साल का पहला ग्रहण 20 अप्रैल को मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में घटित होगा. आइए जानते हैं क्या सूर्यग्रहण भारत में दिखाई देगा या नहीं, ग्रहण के सूतक काल का समय, ग्रहण कितनी तारीख को लगेगा, ग्रहण कहाँ-कहाँ दिखाई देगा और ग्रहण के नकारातमक प्रभाव से बचने के लिए क्या उपाय करे चाहिए|

सूर्यग्रहण 2023 तिथि व समय Solar Eclipse 2023

  1. साल 2023 का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल गुरुवार को वैसाख अमावस्या पर लगेगा|
  2. भारतीय समयनुसार साल का पहला ग्रहण 20 अप्रैल को सुबह 7:03 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12:28 मिनट तक रहेगा।
  3. माना जा रहा है की इस बार वैशाख अमावस्या पर एक ही दिन में तीन सूर्य ग्रहण दिखाई देंगे, जिसे वैज्ञानिकों ने हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दिया है.

भारत में सूर्य ग्रहण और सूतक काल Suryragrahan Sutak Kaal

साल 2023 का ये पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा जिस कारण भारत पर इसका असर नहीं होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस देश में सूर्य ग्रहण का प्रभाव नहीं होता वहां सूतक काल भी मान्य नहीं होता है. वैसे सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले इसका सूतक काल लग जाता है. भारत में ग्रहण का सूतककाल मान्य नहीं होगा।

सूर्यग्रहण कहाँ-कहाँ दिखाई देगा Solar Eclipse 2023

ज्योतिष अनुसार साल का ये पहला सूर्य ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर दिखाई देगा.

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इन उपायों से सूर्य ग्रहण के असर नहीं होगा Suryragrahan Upay

वैसे तो वैशाख मास की अमावस्या पर लग रहे सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं होगा लेकिन ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए इस दिन कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं. शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्य ग्रहण की अशुभ छाया से बचने के लिए आदित्य ह्दय स्तोत्र का जाप करना चाहिए. जिनकी कुंडली में सूर्य ग्रह कूपित हो उन्हें इस दिन सूर्य अष्टकम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए इससे सूर्य मजबूत होता है और व्यक्ति के आत्मविश्वास, मान-सम्मान में वृद्धि होती है.

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