दीवाली कितनी तारीख को है 2024 Diwali 2024 Kitni Tarikh Ko Hai

दीपावली लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2024 Diwali Lakshmi Ganesh Puja Muhurat

Diwali 2024 Kitni Tarikh Ko HaiDiwali 2024 Kitni Tarikh Ko Hai दीवाली का त्यौहार सभी महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. दीपावली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन प्रदोषकाल में धन की देवी माँ लक्ष्मी और गणेश जी के पूजन से सुख समृद्धि आती है. दिवाली 5 दिनों का त्योहार है जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है. आइये जानते है साल 2024 में दीपावली कब मनाई जाएगी, धनतेरस, गोवेर्धन पूजा, भाईदूज कब है, लक्ष्मी-गणेश पूजन के शुभ चौघड़िया मुहूर्त और इसकी पूजा विधि क्या है|

दिवाली कब है 2024 Diwali Kab Hai 2024

  1. साल 2024 में दीपावली का पर्व 29 अक्तूबर से 1 नवंबर तक मनाया जायेगा|
  2. धनतेरस – 29 अक्तूबर, 2024 मंगलवार
  3. नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) – 31 अक्तूबर, 2024 गुरुवार
  4. लक्ष्मी पूजा (दिवाली) – 1 नवंबर, 2024 शुक्रवार
  5. गोवर्धन पूजा – 2 नवंबर 2024 शनिवार
  6. भाईदूज – 3 अक्टूबर 2024, रविवार

दिवाली शुभ मुहूर्त 2024 Diwali Festival 2024 Date Time

  1. अमावस्या तिथि प्रारम्भ – 31 अक्टूबर सायंकाल 03:52 मिनट पर |
  2. अमावस्या तिथि समाप्त – 01 नवम्बर सायंकाल 06:16 मिनट पर |
  3. लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त होगा – 1 नवंबर शाम 05:36 मिनट से रात्रि 06:16 मिनट तक |
  4. प्रदोष काल मुहूर्त्त होगा – शाम 05:36 मिनट से रात्रि 08:11 मिनट तक |
  5. वृषभ काल मुहूर्त्त होगा – शाम 06:20 मिनट से रात्रि 08:11 मिनट तक |

लक्ष्मी पूजा के शुभ चौघड़िया मुहूर्त Diwali 2024 Chaughadiya Muhurat

  1. प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – प्रातःकाल 06:33 मिनट से प्रातःकाल 10:42 मिनट|
  2. अपराह्न मुहूर्त (चर) – सायंकाल 04:13 मिनट से सायंकाल 05:36 मिनट|
  3. अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – दोपहर 12:04 मिनट से दोपहर 01:27 मिनट|

दीपावली पूजा विधि Dewali Goddess Lakshmi Puja Vidhi

दीपावली के दिन एक साफ़ चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करे. प्रतिमा के सामने जल से भरा कलश रखे. सबसे पहले घी का दीपक जलाकर प्रतिमाओं को तिलक कर पूजन सामग्री जैसे- खील, बताशे, पंच मेवा, गुड़, फल-फूल, मिठाई, माँ लक्ष्मी जी को कमल का फूल व कौड़िया अर्पित करे. अब गणेश जी और लक्ष्मी मंत्रों का जाप व श्री सूक्त का पाठ कर आरती करे। पूजा के बाद घर के सभी कोनों में दिए जलाये. मान्यता है की इस दिन लक्ष्मी गणेश जी के साथ साथ धन के देवता कुबेर जी का पूजन करना भी बहुत शुभ होता है.

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