देवउठनी एकादशी के दिन ना करे ये 5 काम Dev Uthani Ekadashi Niyam

देवउठनी एकादशी 2021 शुभ मुहूर्त नियम Dev Uthani Ekadashi 2021

 Dev Uthani Ekadashi NiyamDev Uthani Ekadashi Niyam- कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी देवोत्थान, देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी होती है यह साल में आने वाली सभी एकादशियों में सर्वोपरि मानी गयी है. शास्त्रों में वर्णित मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी का व्रत करने से एक हजार अश्वमेध यज्ञ के बराबर का पुण्य प्राप्त होता है इस दिन दान यज्ञ आदि करने से व्यक्ति को बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है पंचांग के अनुसार आषाढ़ देवशयनी एकादशी को देवशयन करने गए थे और कार्तिक देवउठनी एकादशी के दिन चार माह के शयन के बाद जागेंगे. आज हम आपको साल 2021 देवउठनी एकादशी शुभ मुहूर्त और इस दिन कौन से कार्य वर्जित माने जाते है इस बारे में बताएँगे.

 देवउठनी एकादशी तिथि व शुभ मुहूर्त 2021 Dev Uthani Ekadashi Date Time 2021

  1. साल 2021 में देवउठनी एकादशी का व्रत 14 नवंबर रविवार के दिन रखा जाएगा|
  2. एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी -14 नवंबर प्रातःकाल 05:48 मिनट पर|
  3. एकादशी तिथि समाप्त – 15 नवम्बर प्रातःकाल 06:39 मिनट पर|
  4. व्रत के पारण का शुभ मुहूर्त होगा 15 नवम्बर दोपहर 01:10 मिनट से सायंकाल 03:19 मिनट तक |

सूर्योदय के बाद ना सोये ekadashi Vrat astrology tips

शास्त्रों के अनुसार किसी भी व्रत में देर तक सोना वर्जित मना गया है बहुत से लोग देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखकर तुलसी विवाह का आयोजन करते है विशेषकर व्रत करने वाले व्यक्ति को इस दिन सूर्योदय से पूर्व ही उठकर स्नान आदि के बाद व्रत का संकल्प लेकर पूजा कर तुलसी विवाह की तैयारी करनी चाहिए और दान आदि कर पुण्य फल प्राप्त करना चाहिए.

चावल का सेवन ना करे Do not these thing on ekadashi

पौराणिक कथाओ के अनुसार किसी भी एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित बताया गया है मान्यता है की चावल खाने से शरीर में आलस बढ़ता है और मन भक्ति में नहीं लगता वही वैज्ञानिक दृश्टिकोण से चावल में जल की मात्रा अधिक होने के कारण इसके सेवन से शरीर में जल की मात्रा भी बढ़ जाती है जिस कारण शरीर में चंचलता बढ़ने लगती है और प्रभु भक्ति में ध्यान नहीं लग पता इसीलिए इस दिन चावल का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है.

किसी की निंदा ना करे How to do clelebrate ekadashi

शास्त्रों के अनुसार विशेषकर एकादशी व्रत के दिन किसी भू दूसरे व्यक्ति की चुगली, झूठ बोलना या किसी की निंदा नहीं करनी चाहिए. इससे व्यक्ति का मन दूषित होता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कभी भी दूषित मन से भक्ति नहीं किया जाता है क्योकि इससे व्रती को पूजा पाठ व व्रत का पुण्य फल प्राप्त नहीं हो पाता है.

तामसिक भोजन का सेवन न करे Ekadashi Niyam

मान्यताओं के अनुसार एकादशी के व्रत में पूर्ण रूप से सात्विकता का खास ख्याल रखना चाहिए एकादशी व्रत के दिन किसी को भी लहसुन, प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए. किसी भी प्रकार के तामसिक भोजन से व्यक्ति में काम भावना बढ़ने लगत्ती है जिससे मन अशुद्ध होता है. इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

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क्रोध न करे ekadashi vrat pujan date 2021

शास्त्रों के अनुसार गुस्सा व्यक्ति के लिए नुकसानदायक है इसीलिए कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए विशेषकर एकादशी व्रत के दिन घर का माहौल शांत बनाये रखते हुए प्रभु की भक्ति में लीं रहना चाहिए. यदि किसी से कोई गलती हो भी जाय तो उसे माफ़ कर दे उसपर क्रोध न करे क्योकि क्रोध से घर में नकारात्मकता बढ़ जाती है.

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