नवरात्रि पहला दिन डेट टाइम | Chaitra Navratri First day Durga Puja Vidhi

नवरात्रि पहला दिन शुभ मुहूर्त पूजा विधि  Navratri Kalsh Sthapana Puja Vidhi

नवरात्रि पहला दिननवरात्रि पहला दिन- चैत्र नवरात्रि का पर्व हर साल चैत्र महीने की शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होता है नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में देवी दुर्गा के नौ भिन्न-भिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है और फिर अष्टमी नवमी के दिन कन्या पूजन कर माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना और माँ दुर्गा के पहले स्वरुप देवी शैलपुत्री का पूजन करने की परंपरा है आज हम आपको साल 2021 चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना शुभ मुहूर्त, माता शैलपुत्री स्वरुप, पूजन विधि पूजा सामग्री और इस दिन किये जाने वाले एक विशेष उपाय के बारे में बताएँगे.

चैत्र नवरात्री शुभ मुहूर्त 2021 Chaitra Navratri 2021 Shubh Muhurat

  1. साल 2021 में चैत्र नवरात्रि का पर्व 13 अप्रैल मंगलवार से शुरू हो रहा है|
  2. प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ – 12, अप्रैल प्रातःकाल 08:00 बजे
  3. प्रतिपदा तिथि समाप्त होगी – 13, अप्रैल प्रातःकाल 10:16 बजे
  4. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त होगा – 13 अप्रैल प्रातःकाल 05:58 मिनट से लेकर 10:14 मिनट तक
  5. घटस्थापना अभिजित मुहूर्त होगा – 13 अप्रैल प्रातःकाल 11:56 मिनट से 12:47 मिनट तक

नवरात्रि पहला दिन माता शैलपुत्री स्वरुप Mata Shailputri 

नवरात्री के पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है माता शैलपुत्री हिमालय राज की पुत्री है माँ का यह रूप नंदी पर सवार है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इनके पूजन से मूलाधार चक्र जाग्रत होता है। कहा जाता है कि जो भी भक्त श्रद्धा भाव से मां शैलपुत्री की पूजा करता है उसे सुख और सिद्धि की प्राप्ति होती है

पहला दिन कलश स्थापना विधि Chaitra Navratri 2021 Kalash Sthapana

नवरात्रि के पहले दिन प्रातःकाल उठकर स्नान के बाद नौ दिनों की पूजा व व्रत का संकल्प ले और कलश स्थापना करे. कलश स्थापना के लिए सर्वप्रथम मिट्टी के बर्तन में सप्त धान्य बौ ले अब उसमे जल से भरा कलश कलश में सिक्का दूब सुपारी और चावल डालकर रोली से उसपर स्वस्तिक बना ले कलश के ऊपरी भाग में कलावा बाँधकर उसे मिट्टी के पात्र के उपपर रख दे और कलश के ऊपर अशोक या आम के पत्ते लगाए इसके बाद एक नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर स्थापित कर दें. इस तरह घटस्थापना पूर्ण होने के बाद समस्त देवी देवताओ और देवी माँ का आह्वान कर विधिवत माता शैलपुत्री की पूजा करे.

मां शैलपुत्री की पूजा Maa Shailputri Pujan Vidhi 

नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के समय पीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के बाद मां शैलपुत्री का ध्यान करते हुए उन्हें अक्षत्, सिंदूर, धूप, गंध, पुष्प आदि अर्पित करें व भोग के रूप में घी का भोग लगाए. मान्याता है कि माँ शैलपुत्री को आज के दिन घी अर्पित करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है इसके बाद माता शैलपुत्री के मंत्र ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥ का जाप करे और स्तोत्र पाठ व देवी कवच का पाठ करे. शाम के समय मां शैलपुत्री की पुनः पूजा आरती कर सभी में प्रसाद बांटें और व्रत खोलें।

इसे भी पढ़े – जानें अपना वार्षिक राशिफल 2021.

माता शैलपुत्री पूजा उपाय Navratri Puja Upay 

नवरात्री के पहले दिन देवी शैलपुत्री का विधिवत पूजन करने के बाद पूजास्थल व घर कपूर जलाकर रखने से घर से सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने लगती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है जिससे कार्यो में सफलता की प्राप्ति होती है.

error: