भूतड़ी अमावस्या 2023 जानें सही समय Bhutadi Amavasya Kab Hai 2023

चैत्र अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023 Chaitra Amavasya Date 2023

Bhutadi Amavasya Kab Hai  प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या होती है। शास्त्रों में चैत्र मास की अमावस्या का विशेष महत्व है। यह अमावस्या मार्च-अप्रैल के महीने में आती है। चैत्र मास की अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं। अमावस्या तिथि पवित्र नदियों में स्नान, पितरों के निमित्त दान, तर्पण और श्राद्ध के लिए खास होती है इस साल चैत्र मास की यह अमावस्या कई शुभ योगो में मनाई जाएगी. आइये जानते है चैत्र अमावस्या कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त, शुभ योग, इसे भूतड़ी अमावस्या क्यों कहा जाता है और आज के दिन किये जाने वाले कुछ खास उपाय क्या है|

भूतड़ी अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023 March Amavasya 2023 Date Time

  1. साल 2023 में चैत्र अमावस्या 21 मार्च 2023 मंगलवार को है.
  2. चैत्र कृष्ण अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 20 मार्च रात्रि 01:47 मिनट पर|
  3. चैत्र कृष्ण अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 21 मार्च रात्रि 10:52 मिनट पर|
  4. उदयातिथि के अनुसार चैत्र अमावस्या या भूतड़ी अमावस्या 21 मार्च को मनाई जाएगी|

भूतड़ी अमावस्या शुभ योग 2023 Chaitra Amavasya Shubh Yog

चैत्र महीने की भूतड़ी अमावस्या मंगलवार के दिन पड़ रही है. इसलिए यह भौमवती अमावस्या भी होगी. ज्योतिष अनुसार इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जिससे इस अमावस्या का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. इस दिन शुभ, शुक्ल और सिद्धि योग का निर्माण होगा|

क्यों कहते है इसे भूतड़ी अमावस्या? Bhutadi Amavasya 2023

शास्त्रों के अनुसार चैत्र की अमावस्या को ही भूतड़ी अमावस्या इसीलिए कहा जाता है। क्योकि इसका सम्बन्ध भूतो से नहीं बल्कि नकारात्मक शक्तियों से है, मान्यता है की कुछ अतृप्त आत्माएं अपनी अधूरी इच्छाएं पूरी करने के लिए जीवित लोगों पर अधिकार का प्रयास करती हैं कहा जाता है की इस दौरान आत्माएं और नकारात्मक शक्तियां और अधिक शक्तिशाली हो जाती हैं. आत्माओं की इसी उग्रता को शांत करने के लिए भूतड़ी अमावस्या पर नदी में स्नान कर दान पुण्य के कार्य किये जाते है.

इसे भी पढ़े – जानें अपना वार्षिक राशिफल 2023.

भूतड़ी अमावस्या पर किये जाने वाले उपाय Amavasya Upay

  1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भूतड़ी अमावस्या पर छोटे-छोटे उपाय करने से पितरों की कृपा हम पर बनी रहती है।
  2. इस अमावस्या के दिन घर में पितरों की आत्मा की शांति के लिए धूप-ध्यान करना चाहिए|
  3. हो सके तो गाय को हरा चारा खिलाएं।
  4. कुत्ते और कौए को रोटी खिलाएं।
  5. अमावस्या के दिन संभव हो तो अपनी सामर्थ्य अनुसार जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े आदि का दान करें।
  6. अमावस्या तिथि के दिन सुबह स्नान के बाद आटे की गोलियां बनाकर पास के नदी तालाब में मछलियों को खिला दें. इससे जीवन में आ रही परेशानिया दूर होती है|
  7. अमावस्या के दिन काली चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा खिलने से पाप कर्मों का क्षय होकर पुण्य कर्मों का उदय होता है.
  8. यदि किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है, तो भूतड़ी अमावस्या पर घर में शिव पूजन और हवन करना चाहिए.
error: