मार्गशीर्ष शनि अमावस्या और सूर्यग्रहण एकसाथ Amavasya Surya Grahan Date Time 2021  

शनि अमावस्या सुख समृद्धि उपाय Shani Amavasya Upay

Amavasya Surya Grahan Date Amavasya Surya Grahan Date  साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण 04 दिसंबर शनिवार को है. ज्योतिष अनुसार ये ग्रहण बहुत खास होगा क्योंकि इसी दिन शनि अमावस्या भी है. शास्त्रों की माने तो सूर्यग्रहण और शनि अमावस्या का एक साथ आना अद्भुत संयोग होता है क्योंकि शनि देव को सूर्य का पुत्र कहा जाता है. यदि इस दिन दोनों ग्रहो को एक साथ प्रसन्न किया जा सके तो शनि के बुरे प्रभाव तो दूर होते ही है साथ ही सूर्य देव का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. आइये जानते है सूर्यग्रहण और अमावस्या तिथि व समय और इस इस दिन शनि और सूर्य दोनों के लिए क्या दान करने से लाभ मिलता है.

शनि अमावस्या तिथि व समय  2021 Amavasya 2021 Date

  1. साल 2021 में मार्गशीर्ष अमावस्या 4 दिसम्बर शनिवार को है.
  2. अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 3 दिसम्बर सायंकाल 04:55 मिनट पर| |
  3. अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 4 दिसम्बर दोपहर 01:12 मिनट पर |

सूर्य ग्रहण का समय Solar Eclipse 2021

  1. साल 2021 का अंतिम सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार के दिन लगेगा.
  2. सूर्य ग्रहण भारतीय समय अनुसार सुबह 10:59 मिनट पर शुरू हो जाएगा.
  3. पूर्ण सूर्य ग्रहण दोपहर 12:30 मिनट से शुरू होगा.
  4. सूर्यग्रहण की समाप्ति दोपहर 03:07 मिनट होगी.
  5. यह उपछाया सूर्यग्रहण होगा जिस कारण इसका सूतक मान्य नहीं होगा.
  6. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इसे अंटार्कटिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अटलांटिक देशो में देखा जा सकेगा.

ग्रहण के बाद क्या करें दान Surya Grahan Upay

Amavasya Surya Grahan Date शास्त्रों के अनुसार किसी ही ग्रहण के बाद दान जरूर करना चाहिए मान्यता है की इससे ग्रहण के दोष दूर होते है us बार सूर्यग्रहण और शनि अमावस्या एकसाथ है जो बहुत खास है इसीलिए इस दिन दान जरूर करे इस दिन धन लाभ के लिए के लिए अनाज, कार्यो में सफलता के लिए काले तिल, किसी भी तरह की परेशानी को दूर करने के लिए छाता और शनि दोषो से मुक्ति के लिए सरसो के तेल का दान करे.

अमावस्या पर करे ये काम Amavasya Upay

  1. शनि अमावस्या के दिन स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेकर शनि देव की विधिपूर्वक पूजा करें. शनि अमावस्या के शुभ योग में शनि देव का सरसों के तेल और काले तिल से अभिषेक करे.
  2. शनि अमावस्या और ग्रहण के दिन शनि-दोष को दूर करने के लिए शमी के वृक्ष की पूजा करें.
  3. ग्रहण समाप्त होने के बाद शाम के वक्त शमी के वृक्ष के नीचे सरसों का दीया जलाएं.
  4. आज के दिन शनिदेव को नीले फूल अर्पित करें.
  5. इस दिन शिव सहस्त्रनाम का पाठ करें इससे आपके सभी दुःख परेशानिया दूर होंगी.
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