वैभव लक्ष्मी व्रत पूजन और उद्यापन विधि Vaibhav Lakshmi Fast Method

माँ वैभव लक्ष्मी व्रत विधि और इस व्रत के फल Maa Vaibhav Lakshmi Fast Method and this Benefits

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इस व्रत को करने से व्यक्ति को धन और सुख-समृ्द्धि की प्राप्ति होती है. घर-परिवार में लक्ष्मी का वास बनाए रखने के लिए भी यह व्रत उपयोगी है.इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति माता वैभव लक्ष्मी का व्रत करने के साथ ही लक्ष्मी श्री यंत्र को स्थापित कर उसकी नियमित रूप से पूजा करता है, तो उसके व्यापार में वृ्द्धि ओर धन में बढोतरी होती है.

जानिए कैसे करें शुक्रवार को संतोषी माता का व्रत 

वैभव लक्ष्मी पूजा विधि Vaibhav Laxmi Puja Vidhi

माँ वैभव लक्ष्मी के व्रत करने से घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है. इस व्रत को कोई भी स्त्री या परुष कर सकता है. इस दिन व्यक्ति को एक ही समय भोजन करना चाहिए.

  • माता लक्ष्मी के व्रत वाले दिन प्रातः उठकर स्नान करना चाहिए.
  • इसके बाद शुक्रवार के दिन सभी कार्य संपन्न कर पूजा के लिए घर में लक्ष्मी जी की मूर्ति या “श्री यंत्र” को लाल रंग के कपड़े पर रखकर स्थापित करना चाहिए.
  • माता की प्रतिमा या “श्री यंत्र” के सामने बैठकर लक्ष्मी जी के आठ “श्री” रूपों का ध्यान करना चाहिए।

लक्ष्मी जी के आठ “श्री” रूप

  1. श्री वैभव लक्ष्मी
  2. श्री गज लक्ष्मी
  3. श्री अधि लक्ष्मी
  4. श्री विजया लक्ष्मी
  5. श्री ऐश्वर्य लक्ष्मी
  6. श्री वीर लक्ष्मी
  7. श्री धान्य लक्ष्मी
  8. श्री संतान लक्ष्मी
  • अब पूजा के लिए किसी साफ प्लेट में करीब  एक मुट्ठी चावल रखकर उस पर जल से भरा हुआ तांबे का लोटा स्थापित करना चाहिए.
  • थाली में एक या दो सोने का आभूषण और थोड़े लाल रंग के फूल भी रखने चाहिए।
  • आटे के चुरमें में कुछ फल काटकर पूजा का प्रसाद तैयार कर पूरे विधि-विधान से लक्ष्मी जी की पूजा करनी चाहिए तथा वैभव लक्ष्मी कथा सुनना चाहिए।
  • अंत में माता की आरती करनी चाहिए तथा माता का प्रसाद आस- पास के लोगों व परिवार वालों को बाटना चाहिए।

श्री माता वैभव लक्ष्मी व्रत उद्यापन विधि Mata Vaibhav Lakshmi Vrat Udyapan Method

माता के व्रत के लिए सात, ग्यारह या इक्कीस, जितने भी शुक्रवारों की मन्नत माँगी हो उतने व्रत पूर्ण होने के बाद ही माता वैभव लक्ष्मी व्रत का उद्यापन करना चाहिए. इस व्रत के उद्यापन के दिन प्रसाद के लिए खी‍र बनानी चाहिए. पूजा के बाद माँ के सामने एक श्रीफल फोड़ें फिर कम से कम सात‍ कुंआरी कन्याओं या सौभाग्यशाली स्त्रियों को कुमकुम का तिलक लगाए. इसके बड़ा मां वैभवलक्ष्मी व्रत कथा की एक-एक पुस्तक दें और सबको खीर का प्रसाद देना चाहिए. इसके बाद माँ लक्ष्मीजी को श्रद्धा सहित प्रणाम करें.

वैभव लक्ष्मी व्रत का फल Benefits of Vebhav Laxmi Vrat

वैभव लक्ष्मी के व्रत करने से मनुष्य को सभी सुखो की प्राप्ति होती है तथा मन की सारी इच्छाएं भी पूर्ण होती है. इस दिन माता की पूजा अर्चना करने से घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होता है. इसके अलावा माँ लक्ष्मी श्री यंत्र को यदि घर में स्थापित करने के बाद नियमित रूप से उसकी पूजा की जाये तो व्यक्ति के व्यापार में वृ्द्धि ओर धन में बढोतरी होती है.

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