दलाई लामा के अनमोल ज्ञानवर्धक विचार Best Thoughts of Dalai Lama
दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई 1935 में उत्तर-पूर्वी तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में हुआ था. दलाई लामा तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरु हैं. अधिकतर लोगो का मानना है की दलाई लामा अवलोकेतेश्वर के बुद्ध के गुणों के साक्षात रूप हैं तथा दलाई लामा को सम्मान से परमपावन नाम से भी जाना जाता है.
विचार (Quotes) 1. जब कभी संभव हो दयालु बने रहिये.यह हमेशा संभव है.
विचार (Quotes) 2. प्रसन्नता पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है..ये आप ही के कर्मों से आती है.
विचार (Quotes) 3. यदि आप दूसरों की मदद कर सकते हैं, तो अवश्य करें; यदि नहीं कर सकते हैं तो कम से कम उन्हें नुकसान नही पहुचाइए.
विचार (Quotes) 4. यदि आपकी कोई विशेष निष्ठा या धर्म है, तो अच्छा है. लेकिन आप उसके बिना भी जी सकते हैं.
विचार (Quotes) 5. यदि आप दूसरों को प्रसन्न देखना चाहते हैं तो करुणा का भाव रखें. यदि आप स्वयम प्रसन्न रहना चाहते हैं तो भी करुणा का भाव रखें.
विचार (Quotes) 6. सहिष्णुता के अभ्यास में, आपका शत्रु ही आपका सबसे अच्छा शिक्षक होता है.
विचार (Quotes) 7. प्रेम और करुणा आवश्यकताएं हैं, विलासिता नहीं . उनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती.
विचार (Quotes) 8. मेरा धर्म बहुत सरल है. मेरा धर्म दयालुता है.
विचार (Quotes) 9. यह ज़रूरी है कि हम अपना दृष्टिकोण और ह्रदय जितना सभव हो अच्छा करें. इसी से हमारे और अन्य लोगों के जीवन में, अल्पकाल और दीर्घकाल दोनों में ही खुशियाँ आयंगी.
विचार (Quotes) 10. पुराने मित्र छूटते हैं , नए मित्र बनते हैं . यह दिनों की तरह ही है. एक पुराना दिन बीतता है, एक नया दिन आता है.महत्त्वपूर्ण यह है कि हम उसे सार्थक बनाएं : एक सार्थक मित्र या एक सार्थक दिन.
विचार (Quotes) 11. कभी-कभी लोग कुछ कह कर अपनी एक प्रभावशाली छाप बना देते हैं, और कभी-कभी लोग चुप रहकर अपनी एक प्रभावशाली छाप बना देते हैं.
विचार (Quotes) 12. हमारे जीवन का उद्देश्य प्रसन्न रहना है.
विचार (Quotes) 13. अपनी क्षमताओं को जान कर और उनमे यकीन करके ही हम एक बेहतर विश्व का नित्मान कर सकते हैं.
विचार (Quotes) 14. मंदिरों की आवश्यकता नहीं है , ना ही जटिल तत्त्वज्ञान की. मेरा मस्तिष्क और मेरा हृदय मेरे मंदिर हैं; मेरा दर्शन दयालुता है.
विचार (Quotes) 15. हम बाहरी दुनिया में कभी शांति नहीं पा सकते हैं, जब तक की हम अन्दर से शांत ना हों.