श्रीराम का जीवन परिचय Biography of Lord Ramachandra ji
रामचन्द्र जी, ने प्राचीन भारत में अवतार लिया था. हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार राम, विष्णु के 10 अवतारों में से सातवें अवतार थे. राम जी को मर्यादा पुरुषोत्तम के रुप में जाना जाता है. कहा जाता है की राम जी ने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता पिता, और अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया. भगवान श्रीराम अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे बडे पुत्र थे.
श्रीराम चंद्र जी का जन्म Birthday of Sri Ram Chandra ji
श्रीराम चंद्र जी का जन्म चैत्र मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथी को पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क लग्न में हुआ था. शोध संस्था आई सर्व के अनुसार वाल्मीकि रामायण में श्री राम के जन्म के वक्त ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का सॉफ्टवेयर से मिलान करने पर जो दिन मिला,वह दिन 10 जनवरी 5114 ईसा पूर्व था उस दिन दोपहर 12 बजे अयोध्या के आकाश पर सितारों की स्थिति वाल्मीकि रामायण और सॉफ्टवेयर दोनों में एक जैसी है। अर्थात रामलाला का जन्म 10 जनवरी 5114 ईसा पूर्व को हुआ.
रामचंद्र जी का परिवार Family of Sri Ram Chandra ji
- रामचंद्र जी की माता का नाम- कौशल्या
- रामचंद्र जी के पिता का नाम- दशरथ
- रामचंद्र जी के भाई- लक्ष्मण, भारत और शत्रुघ्न (सौतेले)
- रामचंद्र जी के मित्र- केवट,सुग्रीव विभीषण
- रामचंद्र जी की पत्नी- सीता
- रामचंद्र जी की संताने- लव-कुश
रामजी का बचपन और सीता स्वयंवर Rama childhood and Sita swayamvar
रामचंद्र जी बचपन से ही शांत स्वभाव के थे वह बहुत ही वीर पुरूष थे. रामचंद्र जी ने हमेशा मर्यादा को ही सबसे आगे रखा. जब ही भारत में सुराज्य की बात होती है तो रामराज का उदाहरण दिया जाता है राम जी ने और उनके तीनो भाइयों ने गुरू वशिष्ठ जी से शिक्षा प्राप्त की. बचपन में विश्वामित्र उन्हे वन में राक्षसों का नाश करने के लिए अपने साथ ले गए. उन्होंने ताड़का नामक राक्षसी का भी वध किया. विश्वामित्र उन्हें अपने साथ विदेह राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के विवाह के लिए स्वयंवर में ले गए थे जहाँ उन्होंने शिव का धनुष तोड़ कर सीता जी के साथ विवाह किया.
वनवास और सीता का हरण Vanvaas and abduction of Sita
राम, राजा दशरथ के तीनो रानियों में से एक कौशल्या के पुत्र थे, सुमित्रा के दो पुत्र, लक्ष्मण और शत्रुघ्न थे और कैकेयी के पुत्र भरत थे. राज्य के नियम के अनुसार राजा का बड़ा लड़का ही राजा बनता इस कारण राम को राजा बनाना निश्चित था. कैकेयी ने राजा दशरथ की दो बार जान बचाई थी जिस कारण दशरथ ने उन्हें दो वर जीवन में कभी मांगने के लिए कहा था राम को राजा बनाने की चिंता के कारण उन्होंने दो वर में भारत को राज्य और राम को 14 वर्ष का वनवास माँगा था. वचन बद्ध होने के कारण दशरत जी ने यह मांग स्वीकार की जिस कारण राम की पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण भी वनवास गये थे. सीता का हरण वनवास के समय, रावण ने सीता जी का हरण किया और उन्हें अपने साथ ले गया. रावण लंका का राजा था.
रावण का वध Ravan vadh
सीता जी को रावण से मुक्त कराने और उन्हें पुनः प्राप्त करने के लिए भगवान राम ने हनुमान , विभीषण और वानर सेना की मदद से रावन को युध्ह में परास्त किया और उसका वध कर दिया इसके बाद रावण के छोटे भाई विभीषण को लंका का राज्य सौप दिया.
अयोध्या-वापसी और राम का राज्याभिषेक Rama’s return to Ayodhya and coronation
जब सीता जी का वन में रावण द्वारा हरण किया गया तब भगवान राम ने रावण के साथ युध्ह करके उसे परास्त किया और रावण के छोटे भाई विभीषण को लंका का राज्य सौप दिया. इसके बाद राम, सीता, लक्षमण और कुछ वानर जन पुष्पक विमान से अयोध्या के लिए निकले जहाँ सबसे मिलने के बाद राम और सीता का अयोध्या मे राज्याभिषेक हुआ.
प्रश्न 1. श्रीराम जी किसके अवतार थे?
उत्तर. श्रीराम विष्णु जी के अवतार थे.
प्रश्न 2. भगवान श्रीराम जी का जन्म कब हुआ था?
उत्तर. भगवान श्रीराम जी का जन्म चैत्र मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथी को हुआ था.
प्रश्न 3. रामचंद्र जी की माता का नाम क्या था ?
उत्तर. रामचंद्र जी की माता का नाम कौशल्या था.
प्रश्न.4. श्री रामचंद्र जी के पिता का नाम क्या था?
उत्तर. श्री रामचंद्र जी के पिता का नाम दशरथ था.
प्रश्न 5. भगवान श्रीराम जी के सौतेले भाई कौन थे?
उत्तर. भगवान श्रीराम जी के सौतेले भाई लक्ष्मण,शत्रुघ्न और भारत थे.
प्रश्न. 6. रामचंद्र जी की पत्नी का नाम क्या था?
उत्तर. रामचंद्र जी की पत्नी का नाम सीता था.
प्रश्न 7. रावण कौन था ?
उत्तर. रावण लंका का राजा था.
प्रश्न 8. सीता हरण किसने किया था?
उत्तर. सीता हरण रावण ने किया था.