क्या कहना है हाथों की लकीरों का Kya kehti hai hathon ki lakeere
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हमारे हाथ की रेखाएं बहुत कुछ कहती है ये रेखाएं हमारे जीवन से जुड़े भावी संकेत देती है. ऐसा कहा जाता है कि नवजात शिशु के हाथ में लकीरों का जाल बना रहता है यह जाल जन्म से मृत्यु तक रेखाओं के रूप में हमारे हाथों में होता है जिसे हम हस्तरेखा कहते है. 16 साल की उम्र तक हाथों की रेखाएं बदलती रहती है 16 साल के बाद इन रेखाओं का प्रभाव देखा जा सकता है.
हाथ की रेखाओं का विश्लेषण Haathon ki lakeeron ka vishleshan
हाथ की रेखाओ का विश्लेषण करते समय सबसे पहले हाथ देखा जाता है कि हाथ मुलायम है या सख्त, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुरुषों का दायां हाथ तथा स्त्रियों का बायां हाथ देखा जाता है. अगर कोई आदमी अपने बायें हाथ से काम करता है तो उसका बायां हाथ देखा जाता है.
हथेली में स्थित मस्तिष्क रेखा mantle line
यह रेखा आपके बौद्धिक स्तर,संचार शैली और मानसिक स्तर को दर्शाती है हमारी हथेली में एक मस्तिष्क रेखा होती है मस्तिष्क रेखा हमारे हाथ की तर्जनी उंगली के नीचे से होती हुई हथेली की दूसरी तरफ जाती है यह रेखा, जीवन रेखा के आरंभिक बिन्दु को स्पर्श करती है.
हथेली में स्थित हृदय रेखा Heart line
हमारी हथेली में एक हृदय रेखा होती है ये रेखा व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक स्तर को दर्शाती है इस रेखा के द्वारा हम व्यक्ति के रोमांस, भावनाओं, अवसाद के बारे में जान सकते है. हृदय रेखा, कनिष्ठा उंगली के नीचे से हथेली को पार करती हुई तर्जनी उंगली के नीचे तक जाकर समाप्त हो जाती है.
हथेली में स्थित जीवन रेखा Life line
हमारे हाथों की लकीरों में एक जीवन रेखा होती है जो व्यक्ति के शारीरिक शक्ति और जोश के बारे में बताती है यह रेखा जीवन और स्वस्थ्य से जुड़े रहस्यों के बारे में बताती है. जीवन रेखा अंगूठे के आधार से निकलती हुई हथेली को पार करते हुए वृत्त के आकार मे होती है.
हथेली में स्थित भाग्य रेखा Future line
हथेली में एक भाग्य रेखा होती है जो व्यक्ति के शिक्षा और करियर विकल्प, जीवन साथी का चुनाव और जीवन मे सफलता और असफलता के बारे में बताती है. यह रेखा हमारे हाथ में कलाई से शुरू होकर चंद्र पर्वत से होते हुए जीवन रेखा, मस्तिष्क या हृदय रेखा तक जाती है.
हथेली में स्थित सूर्य रेखा Sun line
हथेली में स्थित सूर्य रेखा व्यक्ति के जीवन में प्रसिद्धि और सफलता से सम्बंधित होती है यह व्यक्ति के जीवन की सफलता और प्रतिभा के बारे में बताती है. सूर्य रेखा को अपोलो रेखा, सफलता की रेखा या बुद्धिमत्ता की रेखा भी कहा जाता है. सूर्य रेखा कलाई के पास चंद्र पर्वत से निकलकर अनामिका तक जाती है.
हथेली में स्थित स्वास्थ्य रेखा Health line
हथेली में स्थित स्वास्थ्य रेखा हमारे स्वास्थ्य के बारे में बताती है स्वास्थ्य रेखा व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुडी जानकारी देती है. स्वास्थ्य रेखा को बुध रेखा भी कहते है यह रेखा कनिष्ठा ऊँगली के नीचे स्थित बुध पर्वत से शुरू होकर कलाई तक जाती है.
हथेली में स्थित विवाह रेखा Marriage line
हथेली में स्थित विवाह रेखा विवाह के योग के बारे में बताती है. यह रेखा रिश्तों में आत्मीयता, वैवाहिक जीवन में खुशी, वैवाहिक दंपत्ति के बीच प्रेम और स्नेह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देती है. यह रेखा कनिष्ठा के बिल्कुल नीचे और हृदय रेखा के ऊपर स्थित होती है विवाह रेखा कहलाती है.
हथेली में स्थित शुक्र रेखा Venus Line
शुक्र रेखा व्यक्ति की संवेदनशीलता और उग्रता को दर्शाती है. हथेली में एक शुक्र रेखा होती है जो व्यक्ति को अति संवेदनशील और उग्र बनाती है इस रेखा का आरंभ अर्धवृत्त आकार में कनिष्ठा और अनामिका उंगली के मध्य में और अंत मध्यमा अंगुली और तर्जनी पर होता है.
हथेली में स्थित धैर्यता और सिमीयन रेखा Simian Line
हथेली में एक धैर्यता या सिमीयन रेखा होती है यह बहुत ही दुर्लभ रेखा होती है. यह रेखा व्यक्ति की मानसिक और धैर्य को दर्शाती है. सिमीयन रेखा, सिमीयन फोल्ड, सिमीयन क्रीज और ट्रांस्वर्स पाल्मर क्रीज़ आदि नाम से भी जानी जाती है.