नवरात्रि नवां दिन डेट टाइम शुभ मुहूर्त पूजा विधि | Shardiya Navratri Nine day Vidhi

नवरात्रि नवां दिन शुभ मुहूर्त Navratri Maa Devi Siddhidatri Puja Vidhi Mantra Bhog

Shardiya Navratri Nine day VidhiShardiya Navratri Nine day Vidhi नवमी तिथि नवरात्रि पर्व का आखिरी दिन होता है नवरात्रि की नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। देवी दुर्गा के नवें स्वरूप देवी सिद्धिदात्री की पूजा से मां सिद्धिदात्री भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं और उन्हें यश, बल और धन भी प्रदान करती हैं। नवरात्रि की नवमी तिथि पर कन्या पूजन का माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है आज हम आपको साल 2021 शारदीय नवरात्रि नवमी व्रत तिथि, माता सिद्धिदात्री स्वरूप, पूजा विधि, माँ के पसंदीदा भोग, मंत्र रंग इस दिन किये जाने वाले उपाय और व्रत के नियमो के बारे में बताएँगे.

नवरात्रि नवमी तिथि शुभ मुहूर्त 2021 navratri Navmi Date Time 2021

  1. साल 2021 में शारदीय नवरात्रि नवमी तिथि महानवमी व्रत 14 अक्टूबर को रखा जायेगा|
  2. नवमी तिथि प्रारम्भ होगी – 13, अक्टूबर को रात्रि 08:09 मिनट पर|
  3. नवमी तिथि समाप्त होगी – 14, अक्टूबर को रात्रि 06:54 मिनट पर|
  4. नवमी के दिन कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त होगा- सुबह 11:43 से 12:30 मिनट तक|

मां सिद्धिदात्री का रूप Devi Siddhidatri Swaroop

मान्यता अनुसार मां सिद्धिदात्री महालक्ष्मी के समान कमल पर विराजमान हैं। मां के चार हाथ हैं। मां अपने हाथों में शंख, गदा, कमल का फूल और च्रक धारण किये हुए है। मां सिद्धिदात्री को माता सरस्वती का रूप भी माना जाता हैं। देवी का यह रूप मोक्ष प्रदान करने वाला है.

मां सिद्धिदात्री पसंदीदा रंग, फूल व भोग Devi Siddhidatri Bhog

नवरात्रि का नवां दिन मां सिद्धिदात्री को समर्पित है. देवी सिद्धिदात्री के इस रूप को भोग के रूप में फल, चना, पूड़ी, खीर, नारियल और हलवा चढाने से मां बहुत प्रसन्न होती हैं। नवरात्रि की नवमी तिथि को बैंगनी या जामुनी रंग पहनना शुभ होता है। यह रंग अध्यात्म का प्रतीक और माता को अति प्रिय है।

माता माँ सिद्धिदात्री पूजन विधि Devi Siddhidatri Puja Vidhi

नवमी तिथि के दिन सुबह उठकर स्नानादि कर साफ वस्त्र धारण कर लें। पूजा स्थल पर माँ की प्रतिमा के समक्ष धुप दीपजलाकर माता सिद्धिदात्री को नौ प्रकार के पुष्प और नौ प्रकार के ही फल अर्पित करने चाहिए। सर्वप्रथम कलश की पूजा कर सभी देवी-देवताओं का ध्यान करे इसके बाद माता के मंत्रो का जाप कर उनकी पूजा करनी चाहिए। पूजा में माँ को चना, पूड़ी, खीर, नारियल और हलवा का भोग लगाए. इस दिन भक्तों को माँ सिद्धि दात्री की पूजा से उनके निर्वाण चक्र में उपस्थित शक्ति स्वतः ही प्राप्त हो जाती है। इस दिन कन्या पूजन किया जाता है। माता की पूजा के बाद कन्या पूजन कर कन्याओ का आशीर्वाद लेकर उन्हें विदा करे.

माँ को प्रसन्न करने के लिए क्या करे Devi Siddhidatri Puja Vidhi Upay

नवरात्री नवमी के दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा से भक्तो को शुभ फल प्राप्त होते है माता को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के नवें दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर देवी सिद्धिदात्री के सामने घी का दीपक जलाएं। उसके बाद पूजा में माँ को सौंफ, इलायची, लौंग, सुपारी और मिश्री अर्पित करे इस उपाय से माता रानी जल्दी प्रसन्न होकर आपकी मनोकामना को पूरा करती है.

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नवमी पूजन नियम Navmi pujan Niyam

  1. नवमी के दिन जो लोग कन्या पूजन करते है उन्हें कन्‍याओं को भोजन करवाने से पहले भोग मां दुर्गा को लगाना चाहिए.
  2. नवरात्रि भोग बनाते समय सात्विकता और स्वछता का खास ख्याल रखे.
  3. पूजा के दौरान घर में कलह अशांति नहो होने देनी चाहिए.
  4. अगर अपने पूरे व्रत रखे हो तो नवमी के दिन हवन करे.
  5. कन्या पूजन के लिए 2 वर्ष से 9 वर्ष तक की कन्याओ को भोजन करना चाहिए.

 

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