पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के अनमोल ज्ञानवर्धक विचार Best Thoughts of Pandit Deendayal Upadhyaya
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916 में हुआ था. वे महान चिन्तक और संगठनकर्ता थे. दीनदयाल उपाध्याय जी चिन्तक और संगठनकर्ता होने के साथ-साथ जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी.
सुविचार (Quotes) 1. ये ज़रूरी है कि हम ‘ हमारी राष्ट्रीय पहचान ’ के बारे में सोचें जिसके बिना ‘स्वतंत्रता ’ का कोई अर्थ नहीं है .
सुविचार (Quotes) 2. भारत जिन समस्याओं का सामना कर रहा है उसका मूल कारण इसकी ‘राष्ट्रीय पहचान ’ की उपेक्षा है .
सुविचार (Quotes) 3. अवसरवाद ने राजनीति में लोगों के विश्वास को हिला कर रख दिया है .
सुविचार (Quotes) 4. किसी सिद्धांत को ना मानने वाले अवसरवादी हमारे देश की राजनीति नियंत्रित करते हैं .
सुविचार (Quotes) 5. पश्चिमी विज्ञान और पश्चिमी जीवन दो अलग -अलग चीजें हैं. जहाँ पश्चिमी विज्ञान सार्वभौमिक है ; और यदि हमें आगे बढ़ना है तो इसे हमारे द्वारा अवश्य अपनाया जाना चाहिए , वहीँ पश्चिमी जीवन और मूल्यों के बारे में ये बात सत्य नहीं है .
सुविचार (Quotes) 6. मानवीय ज्ञान आम संपत्ति है .
सुविचार (Quotes) 7. स्वतंत्रता तभी सार्थक हो सकती है यदि वो हमारी संस्कृति की अभिव्यक्ति का साधन बन जाए.
सुविचार (Quotes) 8. भारतीय संस्कृति की मौलिक विशेषता है कि यह जीवन को एक एकीकृत समग्र रूप में देखती है .
सुविचार (Quotes) 9. वहां जीवन में विविधता और बहुलता है लेकिन हमने हमेशा इसके पीछे की एकता को खोजने का प्रयास किया है.
सुविचार (Quotes) 10. शक्ति हमारे असंयत व्यवहार में नहीं बल्कि संयत कारवाई में निहित है.
सुविचार (Quotes) 11. अनेकता में एकता और विभिन्न रूपों में एकता की अभिव्यक्ति भारतीय संस्कृति की सोच रही है .
सुविचार (Quotes) 12. मानव प्रकृति में दोनों प्रवृत्तियां रही हैं – एक तरफ क्रोध और लोभ तो दूसरी तरफ प्रेम और त्याग .
सुविचार (Quotes) 13. नैतिकता के सिद्धांत किसी के द्वारा बनाये नहीं जाते , बल्कि खोजे जाते हैं .
सुविचार (Quotes) 14. अंग्रेजी शब्द रिलिजन, धर्म के लिए सही शब्द नहीं है .
सुविचार (Quotes) 15. धर्म एक बहुत व्यापक विचार है जो समाज को बनाये रखने के सभी पहलुओं से सम्बंधित है .