ऐसे जलाये अखंड जोत बिना बुझे जलती रहेगी How to Maintain Akhand Jyoti Diya
मान्यता है की बिना दीपक पूजा सम्पन्न नहीं होती है. इसीलिए मंदिरों और घरों में रोज दीपक जलाने की प्रथा बहुत पुरानी है. कुछ व्रत व त्योहाओ में तो अखंड ज्योति जलाई जाती है जैसे नवरात्रि पर बहुत से लोग नौ दिनों तक अखंड जोत अपने घरों में जलाते है लगातार जलने के कारण ही इसे अखंड जोत कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार अखंड जोत जलती रहनी चाहिए लेकिन इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होने के कारण कई बार घर में जलाई अखंड जोत बुझ जाती है इसीलिए आज हम आपको बताएँगे की यदि आपके घर में भी बार-बार अखंड जोत बुझ जाती है तो ऐसे में आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अखंड जोत जलाने के नियम क्या है.
अखंड जोत का दिया जमीन पर ना रखे akhand jyot tips
माना जाता है की अखंड ज्योति का यह दीया जमीन पर नहीं रखा होना चाहिए। जब भी आप घर पर अखंड जोत जलाये तब दीये को रखने के स्थान पर अष्टदल जरुर बनाए। इसे आप गुलाल या रंगे हुए चावलों से भी बना सकते हैं।
अखंड जोत की बाती का विशेष ध्यान रखे akhand jyot wick tips
अखंड ज्योति ना बुझे इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण और जरूरी चीज है उसकी बाती. इसपर लगाई जाने वाली बाती विशेष तरह की होती है जिसे रक्षासूत्र से बनाया जाता है पूजा में इस्तेमाल किया जाने वाला सवा हाथ का रक्षासूत्र लेकर इसे अच्छी तरह से पिरो ले. उसके बाद सावधानीपूर्वक इस बाती को दीये में रख दे.
अखंड ज्योति जलाने के लिए पात्र कैसा हो how to maintain akhand jyot at home
अखंड जोत पीतल से बने दीप पात्र में भी जला सकते है पीतल शुद्ध धातु मानी जाती है लेकिन यदि आप पीतल के दीये का प्रयोग नहीं करना चाहते हैं तो आप मिट्टी का दीया भी ले सकते हैं। यदि आप मिट्टी का दीपक जलाते है तो ध्यान रखें कि दीया जलाने से पहले इसे साफ जल से भरकर किसी बरतन में पानी में पूरी तरह डुबोकर रख दे. क्योकि अगर आप पानी में भिगोये बिना दीपक का इस्तेमाल करेंगे तो जितना तेल जलने में इस्तेमाल होगा उतना ही दीपक सोख लेगा। भिगोने के बाद इसे साफ़ कपडे से पोछ ले.
हवा से अखंड दीपक को बचाये how to safe akhand jyot from wind
शास्त्रों के अनुसार अखंड दीपक संकल्प पूरा होने से पहले खंडित होना शुभ नहीं माना जाता है इसीलिए हवा से दीये की लौ ना बुझे इसके लिए आप दीपक को कांच के गोले में रख सकते हैं। ऐसा करने से अखंड जोत हवा से नहीं बुझती है.
अखंड ज्योति में घी, तिल या सरसों के तेल का करें प्रयोग akhand jyot benefits for health
किसी भी पूजा में दीपक जलाने के लिए घी, तिल या फिर सरसों के तेल का प्रयोग किया जाना शुभ माना जाता है. अखंड जोत जलाते समय आप इनमें से जिस तेल का भी इस्तेमाल करे ध्यान रखे की उसमें मिलावट नहीं होनी चाहिए यह पूरी तरह से शुद्ध होना चाहिए.
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दीये की कालिख हटाते रहे akhand jyot in navratri
अखंड जोत के लगातार जलते रहने के कारण इसकी बाती में कालिख जम जाती है जिसके कारण जोत बुझने लगती हैं। इसके लिए आप एकऔर बाती को जलाकर दीये में रख सकते है और मुख्य बाती पर जमी कालिख को साफ़ कर सकते है. इन सभी बातों को यदि ध्यान में रखा जाय तो अखंड जोत को बार बार बुझने से बचाया जा सकता है.