सावन का महीना कब शरू है Sawan Somwar Vrat 2024 Date

सावन सोमवार पूजा विधि Sawan 2024 Date Time

Sawan Somwar Vrat 2024 DateSawan Somwar Vrat 2024 Date सावन का महीना भगवान शिव को सबसे प्रिय है. यह हिन्दू कैलेंडर का पांचवा माह है. धार्मिक मान्यता अनुसार सावन के पूरे महीने में भगवान भोलेनाथ धरती पर निवास करते हैं. इसलिए सावन में शिव जी की पूजा और जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. आइये जानते है साल 2024 में सावन का महीना कब से शुरू है 21 या 22 जुलाई, सावन में कुल कितने सोमवार व्रत पड़ेंगे, सावन का पहला सोमवार व्रत कब रखा जायेगा और इसकी पूजा विधि क्या है|

सावन 2024 प्रारंभ और समापन Sawan Start and End Date

  1. सावन माह की शुरुवात सावन कृष्ण प्रतिपदा से होती है.
  2. सावन कृष्ण प्रतिपदा आरम्भ होगी – 21 जुलाई दोपहर 03:46 मिनट
  3. सावन कृष्ण प्रतिपदा समाप्त होगी – 22 जुलाई दोपहर 01:11 मिनट
  4. इस साल सावन माह का प्रारंभ 22 जुलाई दिन सोमवार से होगा.
  5. सावन माह का समापन 19 अगस्त सोमवार को होगा.
  6. इस बार सावन में पांच सोमवार और चार मंगला गौरी व्रत आएंगे.

सावन सोमवार व्रत तिथियां Sawan Somwar 2024 Date

  1. पहला सावन सोमवार व्रत – 22 जुलाई 2024
  2. दूसरा सावन सोमवार व्रत – 29 जुलाई 2024
  3. तीसरा सावन सोमवार व्रत – 05 अगस्त 2024
  4. चौथा सावन सोमवार व्रत – 12 अगस्त 2024
  5. पांचवा सावन सोमवार व्रत – 19 अगस्त 2024

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मंगला गौरी व्रत तिथियां 2024 Mangla Gauri Vrat 2024

  1. पहला मंगला गौरी व्रत – 23 जुलाई मंगलवार
  2. दूसरा मंगला गौरी व्रत – 30 जुलाई मंगलवार
  3. तीसरा मंगला गौरी व्रत – 6 अगस्त मंगलवार
  4. चौथा मंगला गौरी व्रत – 13 अगस्त मंगलवार

सावन सोमवार महत्व Sawan Somwar Mahatva

शास्त्रों के अनुसार पूरा श्रावण मास जप, तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है, लेकिन सावन माह के सोमवार विशेष फलदायी माने जाते है. सोमवार के दिन पर चन्द्र ग्रह का प्रभाव होता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं. इस दिन पूजा करने से न केवल चन्द्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिलती है. सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करने से सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है.

सावन सोमवार पूजा विधि Sawan Puja vidhi

शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव जी की पूजा शाम के समय श्रेष्ठ मानी गई है. वैसे तो सावन का दिन महत्वपूर्ण होता है लेकिन सावन के सोमवार शिव पूजा के लिए अति शुभ माने जाते है. सावन सोमवार के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करे और घर के मंदिर की सफाई कर तांबे के पात्र में शिवलिंग रखकर पंचामृत और गंगाजल से जलाभिषेक करे. महादेव को बेलपत्र, भष्म, धतूरा, सफेद चंदन, इत्र, शमी पत्र व अक्षत अर्पित करे. भगवान शिव के साथ पार्वती जी की भी पूजा करें. इसके बाद खीर, हलवे, बेल के फल का भोग लगाएं और घी का चौमुखी दीपक जलाकर शिव चालीसा का पाठ, मंत्र जाप और आरती करें.

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