प्रदोष व्रत पूजा विधि 2023 Pradosh Vrat Puja Vidhi
प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat July Month Date
- साल 2023 सावन का आखिरी प्रदोष व्रत 28, अगस्त सोमवार को रखा जाएगा.
- प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त होगा- 28, अगस्त सायंकाल 06:48 मिनट से लेकर 09:02 मिनट तक|
- त्रयोदशी तिथि आरम्भ होगी – 28, अगस्त सायंकाल 06:22 मिनट पर |
- त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी – 29 अगस्त दोपहर 02:47 मिनट पर |
सावन प्रदोष पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
इस बार सावन के आखिरी प्रदोष व्रत के दिन सावन का आखिरी सोमवार व्रत भी रखा जायेगा। भगवन शिव को प्रिय इन दोनों ही खास तिथियों का एकसाथ पड़ना बेहद शुभ है ऐसे में इस खास दिन पर प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प कर पूजा और उपवास करे. प्रदोष के दिन प्रदोष काल में पूजा का विधान है इसके लिए प्रदोष काल में पुनः स्वच्छ होकर शुभ मुहूर्त में पूजा आरंभ करें. गाय के दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें. शिवलिंग पर श्वेत चंदन लगाकर बेलपत्र, मदार, पुष्प, चढ़ाए, व्रत कथा पढ़े और आरती करें.
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सावन प्रदोष महाउपाय Pradosh Vrat Mahaupay
- शास्त्रों के अनुसार यदि आप दांपत्य जीवन को सुखमय बनाना चाहते हैं तो गुलाब के 27 लाल फूल 27 बार ‘ऊं नम: शिवाय’ का जाप करते हुए शिव जी को अर्पित करें। इसके साथ ही इस दिन चंदन का इत्र अर्पित करना भी शुभ होता है.
- सावन के आखिरी प्रदोष और सावन सोमवार व्रत के संयोग में प्रदोष काल के समय शिवलिंग का गन्ने के रस, कच्चे दूध, दही और शहद से रुद्राभिषेक करे और शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चढ़ाएं।
- सावन प्रदोष के दिन भगवन शिव को साबुत चावल अर्पित करे.