संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि Sankashti Vrat Pooja Vidhi
गजानन संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2025 Sankashti Chaturthi 2025
- साल 2025 में सावन गजानन संकष्टी चतुर्थी का व्रत 14 जुलाई सोमवार को रखा जाएगा|
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – 14 जुलाई प्रातःकाल 01:02 मिनट|
- चतुर्थी तिथि समाप्त – 14 जुलाई रात्रि 11:59 मिनट|
- चद्रोदय का समय होगा – रात्रि 09:55 मिनट|
सावन संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि Sankashti Chaturthi Puja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार सावन संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प ले और पूजास्थल पर एक चौकी में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करे. प्रतिमा के सामने धूप-दीप जलाकर उन्हें सिंदूर, अक्षत्, रोली, फूलों की माला, वस्त्र, दूर्वा अर्पित करें। इसके बाद तिल, गुड़, लडू या मोदक का भोग लगाए. दूर्वा अर्पित करते समय “ओम गं गणपतयै नम:” मंत्र का जाप करें फिर व्रत कथा पढ़े और रात्रि में चन्द्रमा को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न करे.
सावन संकष्टी चतुर्थी उपाय Sankashti Chaturthi Mahaupay
- सावन संकष्टी चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश की पूजा करने और व्रत रखने से सुख, समृद्धि और मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं।
- इस दिन पूजा में भगवान गणेश जी को लाल फूल, दूर्वा, सिंदूर और मोदक चढ़ाना शुभ होता है।
- आज के दिन गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए.
- गजानन संकष्टी चतुर्थी की रात गणेश जी की विधि विधान से पूजा कर दीपक जलाये और गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें,