पूर्णिमा व्रत पूजा विधि Chaitra Purnima Puja Vidhi
चैत्र पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2025 Chaitra Purnima 2025 Shubh Muhurat
- साल 2025 में चैत्र पूर्णिमा व्रत और हनुमान जन्मोत्सव 12 अप्रैल को है|
- पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – 12 अप्रैल प्रात:काल 03:21 मिनट पर|
- पूर्णिमा तिथि समाप्त – 13 अप्रैल प्रातःकाल 05:51 मिनट पर|
- पूजा का शुभ मुहूर्त – 12 अप्रैल प्रातःकाल 11:56 मिनट से दोपहर 12:48 मिनट|
- स्नान-दान का समय – 12 अप्रैल प्रात:काल 04:29 मिनट से प्रात:काल 05:14 मिनट|
- चंद्रोदय का समय – 12 अप्रैल सायंकाल 6:18 मिनट|
चैत्र पूर्णिमा पूजा विधि Chaitra Purnima Puja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के दिन प्रात: काल दैनिक कार्यो से निवृत होकर स्नान करे और व्रत का संकल्प ले. इसके बाद पूजा स्थल में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति का पंचामृत से अभिषेक करें और ओम नमो: नारायण मंत्र का जप करें। धूप-दीप कर भगवान विष्णु को फूल, फल, वस्त्र और नैवेद्य अर्पित करे साथ ही मां लक्ष्मी को सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ाएं इसके बाद व्रत कथा पढ़कर आरती करे. रात्रि में चंद्रोदय के बाद ऊँ सों सोमाय नम: मंत्र का जाप कर चन्द्रमा को अर्घ्य दे.
चैत्र पूर्णिमा क्या दान करे Chaitra Purnima Daan
- शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के दिन दान करने का खास महत्व होता है.
- इस खास दिन पर दान में तिल, घी, शक्कर, चावल, वस्त्र, अन्न, गुड़ का दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।
- अगर आप चैत्र पूर्णिमा के दिन सफेद चीजों या सफ़ेद वस्त्र का दान करते हैं तो आपकी कुंडली में चंद्रमा से सम्बंधित दोष दूर होने लगते है.
- पूर्णिमा के दिन दूध और दही का दान करने से भी चंद्रमा मजबूत होता है।