मोहिनी एकादशी व्रत Mohini Ekadashi 2023
मोहिनी एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त 2023 Mohini Ekadashi Date time 2023
- साल 2023 में मोहिनी एकादशी का व्रत 1 मई सोमवार को रखा जायेगा|
- एकादशी तिथि प्रारम्भ – 30 अप्रैल रात्रि 08:28 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त – 1 मई रात्रि 10:09 मिनट पर|
- पूजा का शुभ मुहूर्त – सुबह 09.00 बजे से सुबह 10.39 मिनट तक|
- एकादशी व्रत के पारण का समय होगा – 2 मई प्रातःकाल 05:40 से 08:19 मिनट तक|
मोहिनी एकादशी पूजा विधि Mohini Ekadashi Puja Vidhi
मोहिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर व पूजास्थल की साफ-सफाई कर स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प लें. अब घर के मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करे और उनके समक्ष दीपक जलाएं. इसके बाद विष्णु जी की प्रतिमा को चन्दन, अक्षत, फल फूल, नारियल और मेवे अर्पित करे आज के दिन विष्णु जी की पूजा में तुलसी के पत्ते शामिल करे क्योकि तुलसी भगवन विष्णु जी को बेहद प्रिय है इसके बाद विष्णु मंत्रो का जाप कर व्रत कथा पढ़े या सुने अंत में श्री हरि विष्णु जी की आरती कर पूजा संपन्न करे.
मोहिनी एकादशी व्रत के नियम Mohini Ekadashi Niyam
- प्रत्येक व्रत की तरह इस व्रत के भी कुछ नियम है जिनक पालन करने पर व्रती को पूर्ण फल प्राप्त होता है.
- एकादशी के व्रत में तामसिक भोजन, लहसुन, प्याज और मसूर की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए।
- एकादशी के व्रत में कांसे के बर्तन में भोजन नहीं करना चाहिए
- एकादशी के व्रत में चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन चावल का त्याग करने से व्रत का दोगुना फल मिलता है।
- एकादशी व्रत के दिन तुलसी की पत्तिया नहीं तोड़नी चाहिए.
- इस दिन बाल नाखून या दाढ़ी-मूछ नहीं बनवाने चाहिए.
मोहिनी एकादशी व्रत उपाय Mohini Ekadashi Upay
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना चाहिए.
- इस दिन शाम के समय गाय के शुद्ध घी का 1 दीपक जलाकर तुलसी के पास रखे और तुलसी जी की 11 परिक्रमा करे इससे मनोकामना जल्द ही पूरी होती है.
- आज के दिन भगवान विष्णु जी को पूजा में केले का भोग लगाने से कार्यो में सफलता की प्राप्ति होती है.
- मोहिनी एकादशी के दिन प्रातःकाल स्नान के बाद पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करे.
- एकादशी के दिन विष्णु पूजन के बाद तुलसी की माला से “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का कम से कम एक माला या इससे अधिक जाप करें। इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।