फाल्गुन अमावस्या सौभाग्य प्राप्ति उपाय Falgun Amavasya Upay 2020
फाल्गुन अमावस्या शुभ मुहूर्त 2020 Phalgun Amavasya Shubh Muhurat 2020
- साल 2020 में फाल्गुन अमावस्या 23 फ़रवरी रविवार के दिन है.
- अमावस्या तिथि शुरू होगी 22 फरवरी शनिवार 07 बजकर 19 मिनट पर |
- अमावस्या तिथि समाप्त होगी 23 फ़रवरी रविवार 09 बजाकर 12 मिनट पर|
फाल्गुन अमावस्या पूजा विधि Falgun Amavasya Pooja Vidhi
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार फाल्गुन अमावस्या पर रखा जाने वाला व्रत और दान पुण्य तुरंत फलीभूत होते हैं। इस दिन सर्वप्रथम किसी नदी, जलाशय या कुंड आदि में स्नान करें और सूर्य देव को जल का अर्घ्य दे. बहुत से लोग इस दिन व्रत उपवास रखते है. अमावस्या के दिन शिवजी का अभिषेक करें और यथासम्भव पूरे विधि विधान के साथ पूजा संपन्न कर अपनी श्रद्धानुसार किसी जरूरतमंद व्यक्ति को कुछ ना कुछ दान अवश्य करे.
फाल्गुन अमावस्या व्रत का महत्व Falgun Amavasya Importance
पौराणिक कथाओ और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है की फाल्गुन अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में देवी-देवताओं का वास होता है जिस कारण इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार यदि फाल्गुन अमावस्या सोमवार के दिन पढ़े तो ये महाकुम्भ स्नान का योग बनती है जो बहुत शुभ होता है. अमावस्या पर लिए गए स्नान और दान का कई गुना अधिक फल व्यक्ति को प्राप्त होता है और उसे धन संपत्ति व सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
फाल्गुन अमावस्या महाउपाय Falgun Amavashya Mahaupay
यूँ तो पूरे साल में कुल 12 अमावस्याएं आती हैं। जिसमे से फाल्गुन मास में आने वाली अमावस्या श्राद्ध तर्पण, कालसर्प दोष निवारण, सुख, सौभाग्य और शांति के लिए काफी फलदायी होती है। ऐसी मान्यता है की यदि इस तिथि पर कुछ उपाय किये जाय तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं तो पूरी होती ही है साथ ही सुख सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है आइये जानते है इस दिन किये जाने वाले महाउपाय क्या है.
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- अमावस्या तिथि के दिन शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीप जलाकर साल परिक्रमा करें।
- अमावस्या तिथि के दिन शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक कर उन्हें काले तिल अर्पित करें।
- अमावस्या विशेषकर शनि देव का दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन शनि दोष से छुटकारा पाने और शनि कृपा के लिए शनि महाराज को काले तिल, साबुत उड़द, सरसों का तेल और काला कपड़ा अर्पित करें।