एसिडिटी की समस्या का घरेलू उपाय
Esiditi ki smshya ka gharelu upay
आजकल की भागदौड भरी और अनियमित जीवनशैली के कारण पेट की समस्या आम हो चली है। आमतौर पर तली-भुनी और मसालेदार खाने का सेवन करने के कारण एसिडिटी की समस्या होती है। खाने का एक समय निर्धारित भी नहीं होता है, जो एसिडिटी का कारण बनता है। पेट में जब सामान्य से अधिक मात्रा में एसिड निकलता है तो उसे एसिडिटी कहते हैं।
पेट में होने वाली एसिडिटी इतनी खतरनाक तेज होता है कि यह एक रेजर ब्लेड को गला सकता है। इसी कारण तो कुछ वैद्य इसे बेहद खतरनाक मानते हैं। और उनका कहना है कि यदि यह एसिड इतना तेज होता है, तो सोचिए कि शरीर के अंदर यह कितना नुकसान पहुंचाता होगा। कुछ ऐसे घरेलू उपाय जिससे एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं। मुन्नका इर हरड़ 50-50 ग्राम की मात्र में ले. इसमें 100 ग्राम मिश्री मिलाकर एक साथ पीस लें. इस मिश्रण की एक-एक ग्राम की गोलियाँ बना लें. 1-1 गोली सुबह-शाम सादे पानी से खाली पेट सेवन करने से अम्लपित, ह्रदय तथा गले की जलन तथा अपच में लाभ होता है.
एसिडिटी होने के कारण
वर्तमान युग में भागदौड भरी और अनियमित जीवनशैली के कारण पेट की समस्या आम हो गयी है। अक्सर तली-भुनी और मसालेदार भोजन के सेवन से हमारे पेट में गैस बनने लगती है, तथा पेट में पाचन रस की ज्यादा या कम मात्रा निकलने पर एसिडिटी की परेशानी होती है। एसिडिटी को चिकित्सकीय भाषा में गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफलक्स डिजीज के नाम से जाना जाता है।
एसिडिटी की परेशानी होने पर पेट में दर्द, गैस, मुंह से बदबू और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस रोग के होने का मुख्य कारण खाने को ठीक तरह से नहीं चबाना, खान पान में अनियमितता और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना इत्यादि। मसालेदार और जंक फ़ूड आहार का सेवन करना भी एसिडिटी के अन्य कारण होते हैं। इन परेशानियों से निपटने के लिए कुछ घरेलु आसान उपाय अपनाकर छुटकारा पा सकते है।
एसिडिटी को दूर करने के सरल घरेलु नुस्खे
तुलसी के पत्तो का सेवन
तुलसी के कुछ पत्ते लेकर उन्हें पानी में उबाल लें, अब उस पानी को छान लें तथा उसे गुनगुना होने दें अब इसमें शहद मिलकर पिएं. इसके अलावा कुछ तुलसी के पत्ते प्रतिदिन चबा कर खाएं. तुलसी के पत्ते आपको तुरंत एसिडिटी से राहत दे सकते हैं.
दालचीनी का सेवन
दालचीनी पाचन शक्ति के लिए बेहद अच्छा माना जाता है दालचीनी एक प्राकृतिक एंटासिड है जो और गैस को दूर रखती है. एक कप पानी में आधा चम्मच दालीचीनी पाउडर डालें और इसे उबाल लें. इस उबले हुए पानी को एक दिन में दो से तीन बार पिएं. ऐसा करने से एसिडिटी की समस्या दूर होने लगेगी.
छाछ का सेवन
छाछ यानि मट्ठा में पेट की अम्लता को संतुलित करने के लिए लैक्टिक एसिड होता है. कुछ मेथी के दाने लेकर उसमे पनि मिलाये तथा इसे पीस लें और इसका पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को एक गिलास छाछ में मिलाकर पिएं. ऐसा करने से पेट का दर्द भी ठीक होगा तथा गैस से भी राहत मिलेगी और साथ ही, एसिडिटी को खत्म करने में मदद मिलेगी.
सेब का सिरका
सेब का सिरका भी एसिडिटी को ठीक करने का आसान तरीका है. इसके लिए एक कप पानी में दो चम्मच कच्चा सेब का सिरका मिलाकर दिन में दो बार पिएं. खाना खाने से पहले भी इसे पिया जा सकता है. इसका सेवन करने से जल्द ही एसिडिटी खत्म होने लगेगी.
लौंग का सेवन
लौंग हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी है. लौंग खाने से पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिससे पेट की अम्लता कम होती है और एसिडिटी से राहत मिलती है. प्रतिदिन खाने के बाद दो से तीन लौंग को मुंह में रखकर हल्का हल्का चबाकर चूसें. यह प्रक्रिया करने से एसिडिटी से छुटकारा मिलता है.
जीरा का सेवन
जीरा एक बहुत ही आसान उपाय है जो एसिडिटी को कम करता है, साथ ही पाचन शक्ति को बढ़ाकर पेट दर्द से भी राहत देता है. थोड़ा जीरा लेकर उसके भून लें और इसका पाउडर बना दें. इस पाउडर को खाना खाने के बाद एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं. यह करने से एसिडिटी की समस्या को काम किया जा सकता है.
अदरक का सेवन
अदरक में अनेक पोष्टिक गुण पाए जाते है. अदरक में पेट की अम्लता से लड़ने में सक्षम होता है जो एसिडिटी से राहत देते हैं. प्रतिदिन खाने के बाद अदरक का एक छोटा टुकड़ा मुंह में रखकर चबाएं या फिर एक कप पानी में अदरक को पीसकर डालें और उबालें. इस पानी को छान ले और इस पानी को पी ले. इसके सेवन करने से एसिडिटी से राहत मिलती है.