प्रदोष व्रत पूजा विधि 2023 Pradosh Vrat Poja Vidhi
भाद्रपद कृष्ण प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त 2023 Pradosh Vrat September 2023 Date
- साल 2023 में भाद्रपद कृष्ण प्रदोष व्रत – 12 सितम्बर मंगलवार को रखा जाएगा|
- प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – 12 सितम्बर सायंकाल 06:30 मिनट से रात्रि 08:49 मिनट तक|
- भाद्रपद, कृष्ण त्रयोदशी प्रारम्भ होगी – 11 सितम्बर रात्रि 11:52 मिनट पर|
- भाद्रपद, कृष्ण त्रयोदशी समाप्त होगी – 13 सितम्बर प्रातःकाल 02:21 मिनट पर|
प्रदोष पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
मंगलवार की त्रयोदशी भौम प्रदोष कहलाती है. शास्त्रों में भौम प्रदोष व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता हैं. इस दिन शिव पूजा के साथ हनुमान जी की पूजा करना शुभ होता है. इस दिन सुबह स्नान के बाद समस्त शिव परिवार का पूजन करे. शाम को प्रदोष काल में पुनः स्वच्छ होकर भगवान शिव, पार्वती और नंदी की प्रतिमा को पंचामृत व जल से स्नान कराएं और उन्हें बेल पत्र, अक्षत, फल-फूल, धूप-दीप, नैवेद्य, चढ़ाएं. अब भोग लगाएं. इसके बाद शिव मंत्र का जाप और व्रत कथा का पाठ कर आरती करें।
भौम प्रदोष का महत्व Bhaum Pradosh Mahatva
शास्त्रों में हनुमान जी को शिव का रुद्रावतार माना जाता है. मान्यता है की इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमान जी की पूजा करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं. कहा जाता है जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष है उन्हें भौम प्रदोष व्रत करना चाहिए, इससे विवाह और वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानिया समाप्त होती है. मंगल ग्रह की शांति के लिए ये व्रत बहुत खास होता है.
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भौम प्रदोष व्रत उपाय Bhaum Pradosh Upay
- ऐसी मान्यता है की भौम प्रदोष के दिन शिवलिंग पर दूध मिला जल चढ़ाकर 11 बार शिव चालीसा और फिर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है.
- भौम प्रदोष के दिन मंगलदेव के 21 नामों का जाप करने से मंगल दोष शांत होता है.
- इस दिन गाय को मीठी रोटी खिलाने से दीर्धायु प्राप्त होती है.
- भौम प्रदोष के दिन प्रदोष काल में शिव पूजा के बाद हनुमान जी की पूजा करे उन्हें बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं. इससे मनोकामना पूरी होती है.