Padmini Ekadashi Vrat 24 May 2018 पद्मिनी एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त –
अधिक मास में शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पद्मिनी एकादशी Padmini Ekadashi Vrat कहते हैं। पुरुषोत्तम मास यानि की अधिकमास का ये महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है. शास्त्रों में एकादशी व्रत का बहुत अधिक महत्व है ज्योतिषीय गणना कहती है की जब मलमास या अधिकमास में एकादशी का यह व्रत आता है तब इसका और भी शुभ प्रभाव देखने को मिलता है. साल 2018 में पद्मिनी एकादशी 25 मई शुक्रवार के दिन है और साथ ही अधिमास भी लगा हुआ है. इसीलिए यह एकादशी बहुत ही ख़ास है. अधिकमास के शुक्ल पक्ष में पड़ने के कारण ही इस एकादशी को पद्मिनी एकादशी कहा गया. पद्मिनी एकादशी को कमला एकादशी भी कहते हैं. पद्मिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी और भगवान शंकर पार्वती की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होते है.
ज्योतिष की माने तो इस साल पद्मिनी एकादशी पर खास संयोग बन रहा है, जिस कारण यह एकादशी काफी लाभकारी होने वाली है. पद्मिनी एकादशी का व्रत करने से धन धान्य, उत्तम स्वास्थ्य, शत्रुओं का नाश और संतान सुख की प्राप्ति जैसे वरदान प्राप्त होते है. आज हम आपको पद्मिनी एकादशी व्रत के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसके महत्व के बारे में बताएँगे.
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पद्मिनी एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त Padmini Ekadashi Vrat 2018 Shubh Muhurt-
पद्मिनी एकादशी का व्रत 25 मई 2018 शुक्रवार के दिन है एकादशी तिथि 24 मई 2018 गुरुवार को शाम 06:18 मिनट से शुरू होगी और 25 मई 2018 शुक्रवार को शाम 05:47 मिनट पर समाप्त होगी. एकादशी व्रत के पारण का शुभ समय 26 मई शनिवार को सुबह 05:29 से 08:13 मिनट तक होगा.
क्यों है पद्मिनी एकादशी खास Importance Of Padmini Ekadashi Vrat –
अधिक मास को मलमास और पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है. यह मास भगवान विष्णु जी को समर्पित होने के कारण इस महीने उनकी विधिवत पूजा आराधना करने व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जाने अनजाने किये गए पाप भी धूल जाते है अधिक मास हर तीन साल में आता है इसी कारण पद्मिनी एकादशी Padmini Ekadashi Vrat भी इसी महीने आने के कारण आमतौर पर 3 साल में एक बार आती है इसलिए यह बहुत ही खास होती है. इस एकादशी का व्रत रखने से पुण्य फलों की प्राप्ति के साथ ही मनुष्य जीवन में खूब यश प्राप्त करता है.
एकादशी में दान जरूर करे Padmini Ekadashi Vrat Daan Mehtva –
एकादशी के व्रत Padmini Ekadashi Vrat में दान की बहुत अधिक मान्यता है कहा जाता है की इस दिन किसी भी गरीब या जरूरतमंदों को तिल, वस्त्र, दक्षिणा, फल, मिठाई आदि चीजे दान करनी चाहिए. जो लोग व्रत नहीं रह सकते है उन्हें भी इस दिन दान अवश्य करना चाहिए एकादशी के दिन श्रद्धा से किये गए दान के कारण इस व्रत का फल प्राप्त हो जाता है.
एकादशी व्रत का पारण Ekadashi Vrat Paaran –
एकादशी व्रत के अगले दिन द्वादशी तिथि के दिन पारण करने का विधान है पारण हमेशा द्वादशी तिथि को सूर्य उगने के बाद ही करना चाहिए. और साथ ही इस बात का भी ध्यान रखे की पारण द्वादशी तिथि में ही करे.
क्या करे क्या ना करे What To Do Or Not To Do In Ekadashi –
पद्मिनी एकादशी व्रत Padmini Ekadashi Vrat के दिन स्नानादि के बाद भगवान विष्णु लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए साथ ही हो सके तो श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ, श्री सूक्त पाठ, शिव उपासना और श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ करना बहुत ही शुभ होता है.
मान्यता है की इस दिन अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए झूठ नहीं बोलना चाहिए, बहुत अधिक नहीं बोलना चाहिए और किसी पर भी क्रोध करने से बचना चाहिए.