साईं बाबा के प्रेरणादायक सुविचार Sai Baba Thoughts and Quotes

साईं बाबा के अनमोल ज्ञानवर्धक विचार Best Thoughts of Sai Baba

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सुविचार (Quotes) 1. यदि तुम मुझे अपने विचारों और उद्देश्य की एकमात्र वस्तु रक्खोगे , तो तुम सर्वोच्च लक्ष्य प्राप्त करोगे.

सुविचार (Quotes) 2. यदि कोई सिर्फ और सिर्फ मुझको देखता है और मेरी लीलाओं को सुनता है और खुद को सिर्फ मुझमें समर्पित करता है तो वह भगवान तक पंहुच जायेगा.

सुविचार (Quotes) 3. यदि कोई अपना पूरा समय मुझमें लगाता है और मेरी शरण में आता है तो उसे अपने शरीर या आत्मा के लिए कोई भय नहीं होना चाहिए.

सुविचार (Quotes) 4. अगर मेरा भक्त गिरने वाला होता है तो मैं अपने हाथ बढ़ा कर उसे सहारा देता हूँ.

सुविचार (Quotes) 5. मैं अपने भक्तों का अनिष्ट नहीं होने दूंगा.

सुविचार (Quotes) 6. तुम जो भी करते हो, तुम चाहे जहाँ भी हो, हमेशा इस बात को याद रखो: मुझे हमेशा इस बात का ज्ञान रहता है कि तुम क्या कर रहे हो.

सुविचार (Quotes) 7. मैं हर एक वस्तु में हूँ और उससे परे भी. मैं सभी रिक्त स्थान को भरता हूँ.

सुविचार (Quotes) 8. मेरी दृष्टि हमेशा उनपर रहती है जो मुझे प्रेम करते हैं.

सुविचार (Quotes) 9. अपने गुरु में पूर्ण रूप से विश्वास करें. यही साधना है.

सुविचार (Quotes) 10. पूर्ण रूप से ईश्वर में समर्पित हो जाइये.

सुविचार (Quotes) 11. हमारा कर्तव्य क्या है? ठीक से व्यवहार करना. ये काफी है.

सुविचार (Quotes) 12. मैं किसी पर क्रोधित नहीं होता. क्या माँ अपने बच्चों से नाराज हो सकती है ? क्या समुद्र अपना जल वापस नदियों में भेज सकता है ?  

सुविचार (Quotes) 13. अहंकार लेने और भूलने में जीता है। प्रेम देने तथा क्षमा करने में जीता है।

सुविचार (Quotes) 14. यदि तुम प्रभु में सर्वदा पूर्ण विश्वास बना के रखोगे, तुम्हें उसकी अनुकम्पा प्राप्त होगी। अनुकम्पा कर्म का दुःख दूर करती है। प्रभु मनुष्य को कर्म से पूर्ण रूप में बचा सकते हैं।

सुविचार (Quotes) 15. प्रभु के साथ जीना शिक्षा है। प्रभु के लिये जीना सेवा है। प्रभुमय जीना ही बोध है।

सुविचार (Quotes) 16. कर्तव्य ही भगवान है तथा कर्म ही पूजा है। तिनके सा कर्म भी भगवान के चरणों में डाला फूल है।

सुविचार (Quotes) 17. प्रेम से दिन का आरम्भ करो। प्रेम से दिन व्यतीत करो। प्रेम से ही दिन को भर दो। प्रेम से दिन का समापन करो। यही प्रभु की ओर का मार्ग है।

सुविचार (Quotes) 18. प्रेम रहित कर्तव्य निन्दनीय है। प्रेम सहित कर्तव्य वांछनीय है। कर्तव्य रहित प्रेम दिव्य है।

सुविचार (Quotes) 19. विचार के रूप में प्रेम सत्य है। कर्म के रूप में प्रेम उचित आचरण है। समझ के रूप में प्रेम शान्ति है। भावना के रूप में प्रेम अहिंसा है।

सुविचार (Quotes) 20. शिक्षा का मंतव्य धनार्जन नहीं हो सकता। अच्छे मूल्यों का विकास ही शिक्षा का एकमात्र मंतव्य हो सकता है।

सुविचार (Quotes) 21. समय से पहले आरम्भ करो। धीरे चलो। सुरक्षित पहुंचो

सुविचार (Quotes) 22. उतावलापन व्यर्थता देता है। व्यर्थता चिन्ता देती है। इसलिये उतावलेपन में मत रहो।

सुविचार (Quotes) 23. तुम एक नहीं तीन प्राणी हो: एक जो तुम सोचते हो तुम हो। दूसरा जो दूसरे सोचते हैं तुम हो। तीसरा जो तुम यथार्थ में हो।

सुविचार (Quotes) 24. धन आता और जाता है। नैतिकता आती है तथा बढ़ती है।

सुविचार (Quotes) 25. यदि धन की हानि हो तो कोई हानि नहीं हुई। यदि स्वास्थ्य की हानि हो तो कुछ हानि हुई। यदि चरित्र की हानि हुई तो सब कुछ ही क्षीण हो गया।

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