श्री गुरुनानक देव के अनमोल ज्ञानवर्धक विचार Best Thoughts of Shree Guru Nanak Dev
गुरू नानक देव को नानक देव के नाम से भी जाना जाता है. वे सिखों के प्रथम गुरू थे. इनका जन्म 5 अप्रैल 1469 ई. को तलवंडी रायभोय नामक स्थान में हुआ था. गुरु नानक जी के पिता का नाम कालूचंद्र बेदी और माता त्रिपाता था. बचपन से ही गुरुनानक देव जी के मन में आध्यात्मिक भावनाएँ मौजूद थीं. जिसके कारण गुरु नानक देव जी सबके चहेते बन गए. आज भी गुरू नानक देव जी का प्रकाश उत्सव कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है.
सुविचार (Quotes) 1. उसकी चमक से सब कुछ प्रकाशमान है.
सुविचार (Quotes) 2. मेरा जन्म नहीं हुआ है; भला मेरा जन्म या मृत्यु कैसे हो सकती है.
सुविचार (Quotes) 3. कोई उसे तर्क द्वारा नहीं समझ सकता, भले वो युगों तक तर्क करता रहे.
सुविचार (Quotes) 4. बंधुओं ! हम मौत को बुरा नहीं कहते, यदि हम जानते कि वास्तव में मरा कैसे जाता है.
सुविचार (Quotes) 5. तेरी हजारों आँखें हैं और फिर भी एक आंख भी नहीं; तेरे हज़ारों रूप हैं फिर भी एक रूप भी नहीं.
सुविचार (Quotes) 6. दुनिया में किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए. बिना गुरु के कोई भी दुसरे किनारे तक नहीं जा सकता है.
सुविचार (Quotes) 7. प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करो, और उसके सेवकों के सेवक बन जाओ.
सुविचार (Quotes) 8. भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं. वो सभी का निर्माणकर्ता है और वो खुद मनुष्य का रूप लेता है.
सुविचार (Quotes) 9.धन-समृद्धि से युक्त बड़े बड़े राज्यों के राजा-महाराजों की तुलना भी उस चींटी से नहीं की जा सकती है जिसमे में ईश्वर का प्रेम भरा हो.